केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) और यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (US-ISP) द्वारा आयोजित 'भारत दशक में निवेश' विषय पर एक गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि दुनिया भर में हो रहे बदलावों के बीच वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में नया भारत निवेश गंतव्य की भूमिका निभाने को तैयार है. बता दें कि भारतीय वित्त मंत्री अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष व विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका दौरे पर हैं.

'नए भारत' की वैश्विक स्वीकृति का किया जिक्र 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, भारत की सुधार गति बेरोकटोक बनी हुई है. उन्होंने भारत सरकार द्वारा केंद्रीय बजट 2023-24 के जरिए रखे गए कई संरचनात्मक और शासन सुधारों के बारे में भी विस्तार से बताया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 'अमृत काल' के दौरान 'नए भारत' की दृष्टि को वास्तविक रूप से प्राप्त किया जा सके.

बढ़ते वैश्विक ऋण संकट से निपटने पर दिया जोर 

वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कर बताया कि सम्मेलन में अन्य बातों के अलावा, दोनों नेताओं ने विश्व बैंक के विकास रोडमैप और जी 20 इंडिया प्रेसीडेंसी द्वारा गठित बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने पर विशेषज्ञ समूह के बारे में चर्चा की. इसके अलावा बढ़ते वैश्विक ऋण संकट से निपटने और सामान्य ढांचे के कार्यान्वयन में सुधार की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया.

सऊदी अरब के वित्त मंत्री के साथ भी की मुलाकात

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सऊदी अरब के वित्त मंत्री मोहम्मद अलजादान के साथ भी मुलाकात की. इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती पर जोर देने के साथ वैश्विक ऋण संकट और बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने पर चर्चा हुई. वित्त मंत्री अलजादान ने एक ट्वीट में कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उन्होंने जी 20 के एजेंडे और दोनों देशों के बीच हुई प्रगति पर चर्चा की.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें