अभिनेता से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उर्मिला ने गुटबाजी का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है. 

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उर्मिला ने लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर उत्तर मुंबई सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने अपनी हार के लिए कांग्रेस के ही कुछ नेताओं पर भितरघात का आरोप लगाया था. इस बारे में उन्होंने पार्टी को शिकायती चिट्ठी भी लिखी थी. उर्मिला का आरोप लगाया था कि कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने उनकी वह चिट्ठी मीडिया में लीक कर दी.

उर्मिला ने कांग्रेस से ऐसे वक्त इस्तीफा दिया है जब पार्टी महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी है. बता दें कि महाराष्ट्र विधानभा चुनाव में मुंबई की 36 सीटों पर कांग्रेस-एनसीपी में सहमती बनी है. मुंबई की विधानसभा की 36 सीटों में से कांग्रेस 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और एनसीपी 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी. कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन में शामिल अन्य दलों के लिए 5 सीट दी गई हैं. इस गठबंधन में समाजवादी पार्टी भी शामिल है.

उर्मिला मातोंडकर ने आज मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए मीडिया को बयान जारी किया है. उर्मिला ने कहा, ''मैंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने का खयाल मेरे दिमाग में उसी वक्त आ गया था जब बार-बार कोशिशों के बावजूद मेरी 16 मई को लिखी गई चिट्ठी पर तत्कालीन मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने कोई एक्शन नहीं लिया. इतना ही नहीं मेरी चिट्ठी में लिखी गई गोपनीय बातें मीडिया को भी लीक कर दी गईं. ये मेरे विचार में मेरे साथ धोखा था.'

उर्मिला ने कहा, 'मेरे बार-बार विरोध के बावजूद किसी को इस बारे में कोई चिंता नहीं थी. हद तो तब हो गई जब चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए जिन लोगों के नाम मैंने चिट्ठी में लिखे थे. उनके खिलाफ कार्रवाई न कर जगह पार्टी ने और बड़ी जिम्मेदारी से उन्हें नवाज़ा.' 

 

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उर्मिला ने कहा, 'यह साफ है कि मुंबई कांग्रेस के महत्वपूर्ण पदाधिकारी पार्टी के भले के लिए संगठन में बदलाव लाने के लिए या तो सक्षम नहीं हैं या इसके लिए प्रतिबद्ध नहीं हैं. मेरी सामाजिक और राजनीतिक संवेदनाएं इस बात की इजाजत नहीं देती कि पार्टी के कुछ लोग मुंबई कांग्रेस के भले के लिए काम करने की जगह अपने निहित स्वार्थ की पूर्ति के लिए मेरा इस्तेमाल करें.'

उर्मिला ने कहा, 'मैं लोगों की भलाई के लिए पूरी ईमानदारी और गरिमा के साथ काम करती रहूंगी और अपनी विचारधारा और सोच पर कायम रहूंगी.'