उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने सभी 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. पहले ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि सपा अपने सहयोगी दल कांग्रेस के लिए कुछ सीटें छोड़ेगी, मगर उन्होंने सभी सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया. हालांकि, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट के जरिए संदेश दिया है कि इंडिया ब्लॉक एकजुट है और सपा के सिंबल पर ही गठबंधन के सभी प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे, जबकि 23 नवंबर को नतीजे आएंगे.

सपा और कांग्रेस ने मिलकर लड़ा था 2024 का आम चुनाव

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बता दें कि सपा और कांग्रेस ने 2024 के आम चुनाव में यूपी की 80 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ा था. सपा का साथ मिलने से कांग्रेस की लोकसभा सीटों में इजाफा हुआ. सपा ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली. जबकि भाजपा 2014 और 2019 के करिश्मे को 2024 के लोकसभा चुनाव में नहीं दोहरा पाई थी.

सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने की अखिलेश ने बताई ये वजह

लोकसभा चुनाव में 'इंडिया ब्लॉक' को मिली सफलता के बाद कांग्रेस की ओर से यूपी में होने वाले उपचुनाव के लिए पांच सीटों की मांग की जा रही थी. सीट शेयरिंग को लेकर दोनों दलों के बीच लंबे समय तक खींचतान देखने को मिली. अखिलेश ने गुरुवार को अपने 'एक्स' अकाउंट पर पोस्ट करते हुए स्पष्ट किया कि 'बात सीट की नहीं जीत की है' इस रणनीति के तहत 'इंडिया ब्लॉक' के संयुक्त प्रत्याशी सभी 9 सीटों पर समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह 'साइकिल' के निशान पर चुनाव लड़ेंगे.

अखिलेश ने लिखा- इंडिया गठबंधन लिखेगा नया अध्‍याय

अखिलेश ने गठबंधन के एकजुट होने की बात कही. अखिलेश ने लिखा, 'कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एक बड़ी जीत के लिए एकजुट होकर, कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़ी हैं. इंडिया गठबंधन इस उपचुनाव में, जीत का एक नया अध्याय लिखने जा रहा है. कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के साथ आने से समाजवादी पार्टी की शक्ति कई गुना बढ़ गई है. इस अभूतपूर्व सहयोग और समर्थन से सभी 9 विधानसभा सीटों पर 'इंडिया गठबंधन' का एक-एक कार्यकर्ता जीत का संकल्प लेकर नई ऊर्जा से भर गया है. ये देश का संविधान, सौहार्द और पीडीए का मान-सम्मान बचाने का चुनाव है. इसीलिए हमारी सबसे अपील है कि एक भी वोट न घटने पाए, एक भी वोट न बंटने पाए.' हालांकि, कांग्रेस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.