केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने चीन में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामले पर तुरंत समीक्षा करने की सलाह दी है. सरकार ने कहा कि चीन के बच्चों में माइकोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू फैलने के मद्देनजर सरकार लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और जरूरी कदम उठा रही है. मंत्रालय ने सभी राज्यों को यह खास निर्देश दिया है कि वो अस्पतालों में मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण करें. साथ ही इन्फ्लूएंजा और सर्दियों के मौसम में ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह भी दी गई है.

'चिंता करने वाली कोई बात नहीं' सरकार ने राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल की तुरंत समीक्षा करने की सलाह दी है. इसको लेकर सभी राज्यों को तुरंत बारीकी से नजर बनाए रखने को कहा है. कोरोना महामारी के तीन साल बाद चीन में सांस संबंधी बीमारियों की लहर देखी जा रही है. इसके चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे आ रहे हैं. सभी राज्यों को covid-19 पर होने वाले हालात के मद्देनजर अभी से ही सभी को बारीकी से ध्यान रखने को कहा है. सरकार ने बताया कि सांस संबंधी बीमारियां आजकल ज्यादा देखने को मिल रही है. जिनमें इंफ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और SARS-CoV-2 है. लेकिन अभी इसको लेकर चिंता करने वाली कोई बात नहीं है. सर्दियों में ज्यादा होती हैं सांस संबंधित बीमारियां   हालिया रिपोर्ट के मद्देनजर उत्तरी भारत में बच्चों में सांस से संबंधित बीमारियां देखने को मिल रही है. सरकार ने इसको देखते हुए सक्रिय रूप से समीक्षा करने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही अत्यधिक सावधानी के तौर पर, श्वसन संबंधी बीमारियों के खिलाफ तैयारी के उपाय पर ध्यान देने को कहा है. सर्दी के मौसम में इन्फ्लूएंजा और निमोनिया के ज्यादातर मामले देखने को मिलते हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने लिखा पत्र केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में उन्हें तुरंत सलाह दी है. सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पतालों को तैयारी उपायों की समीक्षा करने को कहा गया है.  मंत्रालय ने राज्यों से अपने अस्पताल की तैयारी के उपायों में जैसे कि अस्पताल बेड्स उपलब्‍धता, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और टीके, चिकित्सा ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, पीपीई आदि की जांच करने को विशेष तौर पर कहा गया है. इसी साल के शुरुआत में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 के संदर्भ में ऑपरेशनल गाइडलाइन लागू करने की सलाह दी गई है. बीजिंग चिल्ड्रन हॉस्पिटल बच्चों से भरा हुआ Epidemiologist & Health Economist Eric Feigl-Ding ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें चीन के अस्पताल के हालातों को साफ तौर पर देखा जा सकता है. इसमें लोग बच्चों के इलाज के लिए परेशान होते दिख रहे हैं. वीडियो को शेयर करते हुए एरिक ने लिखा कि 'अज्ञात निमोनिया का प्रकोप - चीन में निमोनिया का एक बड़ा प्रकोप उभर रहा है, बीजिंग, लियाओनिंग में बाल चिकित्सा अस्पताल बीमार बच्चों से भर गए हैं, और कई स्कूल बंद कर दिए गए हैं. बीजिंग चिल्ड्रन हॉस्पिटल खचाखच भरा हुआ है.' उत्तरी चीन में फिलहाल ज्यादा असर ओपन-एक्सेस सर्विलांस प्लेटफॉर्म प्रोमेड , जो दुनिया भर में मनुष्यों और जानवरों में बीमारी के प्रकोप पर नज़र रखता है, उसने इस बीमारी को लेकर कहा है कि खासतौर पर बच्चों को अपनी चपेट में लेने वाली ये बीमारी एक महामारी का रूप भी ले सकती है. बता दें कि फिलहाल उत्तरी चीन में इस बीमारी का प्रकोप अभी ज्यादा है. बीमारी से ग्रसित सबसे ज्‍यादा बच्‍चे बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पतालों में आ रहे हैं. इस बीमारी में बच्चों में तेज बुखार और फेफड़ों में दर्द और सूजन के लक्षण देखने को मिल रहे हैं.