चुनाव आयोग से महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को झटका लगा है. इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया ने उद्धव ठाकरे को पार्टी का नाम "शिवसेना उद्धव बाला साहब ठाकरे" रखने की अनुमति दी और चुनाव चिन्ह मशाल दिया. वहीं, एकनाथ शिंदे को पार्टी का नाम "बालासाहिब चीं शिवसेना" दिया और कल वापस सुबह 10 बजे तक चुनाव चिन्ह के नए नाम सुझाने का आदेश दिया. उद्धव ठाकरे अपने लिए त्रिशूल के चिन्ह की भी मांग कर रहे थे. हालांकि, धार्मिक संकेत के कारण उनकी यह मांग खारिज कर दी गई. 

उगते सूरज की मांग की गई थी

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उनकी तरफ से इसके अलावा उगता सूरज की मांग की गई थी जो द्रमुक के पास है. मशाल चिन्ह की बात करें तो यह साल 2004 तक समता पार्टी का था. उसके बाद किसी को यह चिन्ह नहीं दिया गया. ऐसे में चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे को यह चिन्ह दे दिया है.

 

पार्टी का नया पोस्टर जारी किया गया

चुनाव आयोग के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ग्रुप के नेता भास्कर जाधव ने कहा कि हमारे लिए यह बड़ी जीत है. हमारी पार्टी के नाम के साथ अब उद्धव का भी नाम जुड़ गया है. चुनाव आयोग के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ग्रुप की तरफ से एक नया पोस्टर जारी किया गया है.

 

नए सिंबल से हम खुश

उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि नए सिंबल और नए नाम से हमलोग काफी खुश हैं. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया है. हमने अपने प्रदेश की जनता के लिए ईमानदारी से काम किया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के नाम के साथ हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का भी नाम जुड़ा है. मशाल की क्रांत को हम घर-घर लेकर जाएंगे.