गेहूं के दूसरे चरण की विक्रय बिक्री ई-नीलामी के माध्यम से 15 फरवरी बुधवार, 2023 को पूरे देश में शुरू की जाएगी. भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने 1 और 2 फरवरी को आयोजित हुई पहली ई-नीलामी के सभी बोलीदाताओं को निर्देश जारी कर कहा है कि वे आवश्यक मूल्य का भुगतान कर दें और देश भर में संबंधित डिपो से अपना स्टॉक तुरंत उठा लें. निर्देश के अनुसार कीमतों को और ज्यादा नियंत्रित करने के उद्देश्य से भंडार वाले गेहूं को संबंधित बाजारों में उपलब्ध कराना जरूरी है. ई-नीलामी में बिकने वाले गेहूं का स्टॉक उठाने और बाजार में आटा उपलब्ध कराने के बाद इनकी कीमतों में और गिरावट आना तय है.

पहले हफ्ते देशभर में उपलब्ध कराया गया 9.2 लाख मीट्रिक टन गेहूं

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देश में गेहूं और आटे की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए मंत्रियों के ग्रुप द्वारा की गई सिफारिश के अनुसार, भारतीय खाद्य निगम ने 1 और 2 फरवरी 2023 को ई-नीलामी में ओपन मार्केट सेल स्कीम (घरेलू) के तहत विभिन्न उपायों के माध्यम से केंद्रीय पूल स्टॉक में से गेहूं के लिए निर्धारित 25 लाख मीट्रिक टन गेहूं भंडार से 22 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध कराने की पेशकश की थी. ई-नीलामी के पहले सप्ताह में 1150 से ज्यादा बोली लगाने वाले लोग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आगे आए और पूरे देश में 9.2 लाख मीट्रिक टन की कुल गेहूं की मात्रा उपलब्ध कराई गई.

पहले हफ्ते एफसीआई ने ई-नीलामी से अर्जित किए 2290 करोड़ रुपये

ई-नीलामी के पहले सप्ताह में 100 से 499 मीट्रिक टन के बीच गेहूं की अधिकतम मांग रही, जिसके बाद 500-1000 मीट्रिक टन की गेहूं की और उसके बाद 50-100 मीट्रिक टन गेंहू की मांग रही, जो यह दर्शाती है कि छोटे और मध्यम आटा मिलर्स और व्यापारियों ने नीलामी में सक्रिय रूप से भाग लिया. एक बार में 3000 मीट्रिक टन की अधिकतम मात्रा के लिए केवल 27 बोलियां प्राप्त हुईं. नीलामी में एफसीआई द्वारा 2474 रुपये प्रति क्विंटल की भारित औसत दर जारी की गई और फरवरी के पहले सप्ताह में आयोजित ई-नीलामी में एफसीआई ने 2290 करोड़ रुपए अर्जित किया.