शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव पर आधारित फिल्म बाजार मुंबई के बिजनेसमैन शकुन कोठारी (सैफ अली खान) की कहानी है. वह एक गुजराती बिजनेसमैन हैं जो भारतीय उद्योगजगत में टाटा, बिड़ला और अंबानी के वर्चस्व को चुनौती देने की महत्वाकांक्षा रखते हैं और इसके लिए बेरहमी के साथ हर सही-गलत तरीका आजमाने को तैयार हैं. फिल्म के अन्य किरदारों में मंदिरा कोठारी (चित्रांगदा सिंह), शेयर ट्रेडर रिजवान अहमद (रोहन मेहरा) और प्रिया (राधिका आप्टे) हैं. फिल्म पूरी तरह बिजनेस और मार्केट के दांव-पेंच पर आधारित है और इस फिल्म को खास बनाते हैं इसके डायलॉग. इस फिल्म के डायलॉग से बाजार के बारे में काफी कुछ सीखा जा सकता है. प्रस्तुत हैं फिल्म के ऐसे ही 15 डायलॉग-

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1. इस देश को वही 5-7 फैमिलीज़ चला रही हैं - टाटा, बिड़ला, रुईया, अंबानी और वाडिया. थोड़ा तो गेम चेंज होना चाहिए न.

2. नोट का मालिक बनने के लिए उसे कमाना पड़ता है. 

3. पैसा उसका, जो धंधा जानता हो.

4. मैं हूं धंधो नो गंदो छोकरो

5. मेरे दो ही रूल हैं- रूल नंबर वन मेरा पैसा कभी खोना नहीं. और रूल नंबर 2 - रूल नंबर वन कभी भूलना नहीं.

6. तू इमोशंस पर चलता है, मैं मैथ्स पर.

7. हार और जीत में एक ही फर्क होता है - भूख.

8. बिजनेस का सबसे पहला नियम है कि इमोशन से नहीं, दिमाग से व्यापार करो.

9. व्यापार में दोस्ती की कोई जगह नहीं होती. तुम अकेले आए थे और अकेले खेलोगे. 

10. धंधे में जो वार खुद पर भी न सह पाओ, वो दुश्मन पर भी न करो. 

11. अपनी नजर स्टॉक मार्केट के अलावा सब पर, अपनों पर भी रखो. कोई कब धोखा दे जाए, पता नहीं चलता. 

12. व्यापार में हर दोस्त एक न एक दिन दुश्मन बन जाता है. तो कौन सा दोस्त, कौन सा यार तुम्हारे लिए सबकुछ है - वो है बाजार. 

13. बाजार में भेड़चाल में न फंसो, तुम शेर हो. अकेले शेर की तरह बाजार पर राज करो. 

14. दि सक्सेस ऑफ ए फैमिली, इज सब्जेक्ट टू मार्केट रिस्क. 

15. पैसा परिवार को जोड़ सकता है, और बर्बाद भी कर सकता है.

अब आप इन 15 डायलॉग को पढ़ चुके हैं, इसलिए अंत में डिस्क्लेमर के रूप में फिल्म के किरदार शेयर ट्रेडर रिजवान अहमद की एक सलाह भी पढ़ लीजिए - 

'जब काम और पर्सनल लाइफ को बैलेंस करना पड़े, तब लाइफ का इनबैलेंस पता लगता है. बॉस की सुनो, या फैमिली की, फ्रैंड की सुनो या गर्लफ्रैंड की. इसी चक्कर में हमारी पर्सनल लाइफ तो बचती ही नहीं. पर यही लाइफ है, काम तो करना ही है. पैसा भी कमाना है और बड़ा बनना है तो कभी कभी लाइन भी क्रॉस करनी ही पड़ती है. अब करो या न करो, ये तो तुम्हारे पर है. समझदारी से फैसला करो, रिस्क बहुत है इस मार्केट में. बस ये याद रखना.'