Road Accident: देश में एक तरफ जहां एक्सप्रेस-वे और हाई-वे की संख्या बढ़ रही है तो वहीं सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में भी तेजी देखने को मिल रही है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल सड़क दुर्घटनाओं में 12 फीसदी की तेजी दर्ज हुई है. यह रिपोर्ट हर राज्य के पुलिस अधिकारी और केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस विभागों से द्वारा जारी किया जाती है. यह डेटा Asia Pacific Road Accident Data (APRAD) के तहत जारी किया गया है. लेकिन इस रिपोर्ट में एक खास प्वाइंट भी उजागर किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना के मामले दर्ज किए गए हैं. इस दौरान पिछले साल 94000 से ज्यादा सड़क हादसे के मामले दर्ज हुए हैं, जो कुल एक्सीडेंट की संख्या का 20 फीसदी है. रिपोर्ट में ये बताया गया है कि शाम 6 बजे से लेकर रात 9 बजे तक सड़क पर ज्यादा एक्सीडेंट होने की संभावना रहती है. 

94009 सड़क दुर्घटनाएं हुईं

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पिछले साल शाम छह बजे से रात नौ बजे के बीच कुल 94,009 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जो देश में हुई कुल दुर्घटनाओं का करीब 20 प्रतिशत है. यह जानकारी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक नई रिपोर्ट से सामने आई है. इस रिपोर्ट के अनुसार रात में 12 बजे से सुबह छह बजे तक छह घंटों के दौरान सबसे कम दुर्घटनाएं दर्ज की गईं. 

कुल हादसों का 20 फीसदी हिस्सेदारी

रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2022 में शाम छह बजे से रात नौ बजे के बीच के समय में सड़क दुर्घटनाओं की सबसे ज्यादा संख्या (94,009) दर्ज की गई, जो देश में हुई कुल दुर्घटनाओं का 20.4 प्रतिशत है और पिछले 5 सालों में सामने आए पैटर्न के अनुरूप है. 

दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक भी बढ़े हादसे

इसमें कहा गया है कि 2022 में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं. उन दुर्घटनाओं में 1,68,491 लोगों की मौत हो गई और 4,43,366 लोग घायल हो गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे के बीच 79,639 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जो कुल दुर्घटनाओं का 17.3 प्रतिशत है. 

रिपोर्ट के अनुसार 2022 में मिजोरम (85) में सबसे अधिक गंभीर दुर्घटनाएं दर्ज की गई जबकि उसके बाद बिहार (82.4) और पंजाब (77.5) का स्थान रहा. प्रति 100 दुर्घटनाओं में हताहतों की संख्या के आधार पर दुर्घटना की गंभीरता को मापा जाता है.