देश के 9 प्रमुख शहरों में 2018 में मकानों की बिक्री 25 फीसदी बढ़कर 3.1 लाख इकाई पर पहुंच गई है. प्रॉपटाइगर.कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार विशेष रूप से सस्ते मकानों की मांग बढ़ने से घरों की बिक्री बढ़ी है. प्रॉपटाइगर ने नौ शहरों मुंबई, पुणे, नोएडा, गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और अहमदाबाद के रियल एस्टेट क्षेत्र का आकलन किया है.

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घरों की बिक्री में इसलिए आई गिरावट

रेजिडेंशियल मार्केट पर अपने साल भर के लेखेजोखे में प्रॉपटाइगर ने कहा कि पिछले साल नोटबंदी के प्रभाव की वजह से घरों की बिक्री प्रभावित हुई थी. इसके अलावा मई, 2017 से लागू हुए रेरा (RERA) कानून तथा जीएसटी क्रियान्वयन की वजह से भी पिछले साल घरों की बिक्री घटी थी. रियल्टी पोर्टल ने कहा कि 2018 में नए घरों की आपूर्ति इससे पिछले साल की तुलना में 22 प्रतिशत घटकर 1.9 लाख इकाई रह गई.

RERA का असर

नए रियल एस्टेट कानून रेरा के प्रावधानों के कड़ाई से पालन की वजह से बिल्डरों ने नई परियोजनाएं शुरू करने में सावधानी बरती. इसके अलावा नकदी की कमी तथा पहले से बने मकान नहीं बिकने की वजह से नई परियोजनाएं आगे नहीं बढ़ पाईं.

नोएडा में डेवलपर्स ने घटाईं कीमतें

आंकड़ों के अनुसार 2018 में मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में घरों की बिक्री 34 प्रतिशत बढ़कर एक लाख इकाई से अधिक रही है. पुणे में बिक्री में पिछले साल की तुलना में 47 प्रतिशत का इजाफा हुआ. दक्षिण के राज्यों में भी घरों की बिक्री बढ़ी है. उत्तर में नोएडा में बिक्री बढ़ी है. इसकी वजह है कि नोएडा में ज्यादातर डेवलपर्स ने कीमतों में कटौती की है.