रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव - रीवा: औद्योगिक विकास की दिशा में एक सशक्त कदम
कॉन्क्लेव में छोटे MSME उद्योगों को बड़े उद्योगों के साथ पार्टनरशिप के मौके मिले, जिससे उनका विकास और स्थानीय कुटीर उद्योगों का इकोसिस्टम मजबूत होगा.
औद्योगिक विकास किसी भी क्षेत्र की तरक्की और लोगों के लिए रोजगार लाने का संकेत होता है. इसी सोच के साथ मध्यप्रदेश में "रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव- रीवा" का आयोजन किया गया. यह इवेंट निवेशकों और उद्योगपतियों के साथ संवाद बढ़ाने का एक बड़ा मंच बना.
उद्योग और निवेश के मौके
कॉन्क्लेव में छोटे MSME उद्योगों को बड़े उद्योगों के साथ पार्टनरशिप के मौके मिले, जिससे उनका विकास और स्थानीय कुटीर उद्योगों का इकोसिस्टम मजबूत होगा.
प्रमुख बातें
इस इवेंट में 4000 से ज्यादा लोग आए, जिसमें 10 राज्यों से निवेशक और 150 से अधिक खास मेहमान थे.
300 से ज्यादा बायर-सेलर बैठकें हुईं.
मुख्य क्षेत्र: खनन, ऊर्जा, कृषि, फूड प्रोसेसिंग, और पर्यटन के निवेशकों ने भाग लिया.
निवेशकों की प्रमुख घोषणाएं
पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने कृषि में 1000 करोड़ रुपये का निवेश करने का वादा किया और उज्जैन में हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलने की भी बात की.
डालमिया ग्रुप के पुनीत डालमिया ने 3000 करोड़ रुपये से रीवा में सीमेंट प्लांट लगाने की योजना बताई. यह प्लांट स्थायी ऊर्जा पर आधारित होगा और स्थानीय रोजगार देगा.
रामा ग्रुप के नरेश गोयल ने सतना में फर्नीचर उद्योग में 500 करोड़ रुपये निवेश का प्रस्ताव रखा.
सेक्टोरल सत्र
MSME और स्टार्टअप: छोटे-मझोले उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सत्र हुए, जिससे उद्यमियों को विस्तार का मौका मिलेगा.
नवीकरणीय ऊर्जा: सोलर एनर्जी और अन्य ग्रीन इंडस्ट्रीज की संभावनाओं पर चर्चा हुई.
MoU और निवेश प्रस्ताव
- MPIDC और रीवा नगर निगम के बीच इंडस्ट्रियल वॉटर सप्लाई के लिए समझौता हुआ.
- MP टूरिज्म बोर्ड और AKS यूनिवर्सिटी, सतना ने पर्यटन में ट्रेनिंग और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए MoU साइन किया.
- 85 नई इकाइयों के लिए 146 एकड़ भूमि आवंटित हुई और 918 करोड़ रुपये निवेश का प्रस्ताव आया, जिससे 3350 से अधिक नौकरियाँ बनेंगी.
मुख्यमंत्री की घोषणाएं
- रीवा संभाग में इनलैंड कंटेनर डिपो और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क बनने की योजना है.
- सीधी, मऊगंज, और मैहर में नए इंडस्ट्रियल एरिया स्थापित होंगे.
- सतना और रीवा में अतिरिक्त इंडस्ट्रियल क्षेत्र बनेंगे.
- "रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव – रीवा" से 31 हजार करोड़ रुपये का निवेश और 28 हजार से ज्यादा रोजगार की संभावना बनी है, जो विंध्य क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा.