दिल्ली से मुंबई पहुंचिए सिर्फ 13 घंटे में, मोदी सरकार ने दिया तोहफा
दिल्ली-मुंबई के बीच एक्सप्रेसवे निर्माण की आधारशिला शुक्रवार को रखी गई. कुल 90,000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के पूरा होने पर दिल्ली-मुंबई के बीच लगने वाला यात्रा समय 24 घंटे से घटकर 13 घंटे रह जाएगा.
दिल्ली-मुंबई के बीच एक्सप्रेसवे निर्माण की आधारशिला शुक्रवार को रखी गई. कुल 90,000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के पूरा होने पर दिल्ली-मुंबई के बीच लगने वाला यात्रा समय 24 घंटे से घटकर 13 घंटे रह जाएगा. केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और नितिन गडकरी ने इसके साथ कई और परियोजनाओं का शिलान्यास किया. दिल्ली और हरियाणा के बीच 9,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले द्वारका एक्सप्रेसवे का भी शुक्रवार को शिलान्यास किया गया. साथ ही मंत्रियों ने 1,217 करोड़ रुपये की लागत से बनी जयपुर रिंगरोड का उद्घाटन भी किया.
वित्त मंत्री जेटली ने इस दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे के एक बार पूरा हो जाने से पूरे क्षेत्र में औद्योगिक विकास के नए अवसर पैदा होंगे. यह एक्सप्रेसवे सर्वांगीण विकास करेगा.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कहा कि पिछले पांच साल में उनके मंत्रालय ने करीब 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक का काम किया है. गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा 1,320 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे होगा. यह दोनों शहरों के बीच मौजूदा समय में लगने वाले 24 घंटे के यात्रा समय को घटाकर 13 घंटे कर देगा.
गडकरी ने कहा कि इसका निर्माण तीन साल में पूरा कर लिया जाएगा . इसके निर्माण के दौरान 50 मानव दिवस का रोजगार पैदा होगा. यह एक्सप्रेसवे अविकसित क्षेत्रों से गुजरेगा और इसके लिए करीब 15,000 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. इसकी अनुमानित लागत 25,000 करोड़ रुपये है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए भू-अधिग्रहण और मुआवजे की राशि मालिकों के खाते में डिजिटल तरीके से डाली जाएगी.
दिल्ली-मुंबई देश का सबसे अधिक पर्यावरण अनुकूल एक्सप्रेसवे होगा. इस पर 20 लाख से अधिक पेड़ और हर 500 मीटर पर वर्षा जल संरक्षण व्यवस्था की जाएगी. इस एक्सप्रेसवे के 148.5 किलोमीटर खंड के काम का ठेका पहले ही दिया जा चुका है, 400 किलोमीटर का ठेका इस माह में दिया जाएगा और बाकी बचे 800 किलोमीटर खंड के ठेके अगले छह महीनों में बांट दिए जाएंगे.
इसी तरह द्वारका एक्सप्रेसवे 29 किलोमीटर लंबा होगा. इसका 18.9 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में और 10.1 किलोमीटर दिल्ली में पड़ेगा. इसका निर्माण चार हिस्सों में होगा. यह एक्सप्रेसवे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को द्वारका के तरफ से सीधे जोड़ेगा. साथ ही द्वारका सेक्टर-25 में बन रहे प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र से भी सीधा जुड़ेगा.