RBI गवर्नर ने महंगाई पर चिंता जताई, कहा- अक्टूबर में Inflation Rate 7% से कम रहने की उम्मीद
Inflation in India: बता दें कि सरकार ने आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (MPC) को मुद्रास्फीति दर 2 से 6% के दायरे में रखने की जिम्मेदारी दी हुई है.
Inflation in India: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कीमतों में बढ़ोतरी को एक बड़ी चुनौती बताते हुए उम्मीद जताई कि अक्टूबर में मुद्रास्फीति की दर (Inflation Rate) 7%से कम रहेगी. सितंबर में खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) बढ़कर 7.4% हो गई जबकि अगस्त में यह 7% पर थी. खाद्य और ऊर्जा उत्पादों की कीमतों में तेजी के कारण इसमें बढ़ोतरी हुई थी.
दास ने अक्टूबर माह के लिए मुद्रास्फीति की दर में कमी आने की इस उम्मीद के लिए सरकार और RBI द्वारा पिछले छह-सात महीनों में उठाए गए उपायों को जिम्मेदार बताया. उन्होंने एक समिट में कहा कि Inflation को 2 से 6% के दायरे में रखने के लक्ष्य में बदलाव की जरूरत नहीं है क्योंकि 6% से अधिक की महंगाई दर आर्थिक ग्रोथ को प्रभावित करेगी.
बता दें कि सरकार ने आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (MPC) को मुद्रास्फीति दर 2 से 6% के दायरे में रखने की जिम्मेदारी दी हुई है.
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अच्छी दिख रही आर्थिक ग्रोथ की संभावनाएं
आरबीआई गवर्नर ने भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को लेकर कहा कि वैश्विक उथल-पुथल के बीच भारत के समग्र वृहद-आर्थिक बुनियादी पहलू मजबूत बने हुए हैं और आर्थिक ग्रोथ की संभावनाएं अच्छी दिख रही हैं. दास ने भरोसा जताया कि भारत वित्त वर्ष 2022-23 में 7% की अनुमानित वृद्धि दर के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बैंकिंग और गैर-बैंकिंग क्षेत्रों के समर्थन से देश की अर्थव्यवस्था लचीली बनी हुई है
मुद्रास्फीति चिंता का विषय
उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि अक्टूबर के लिए महंगाई दर के आंकड़े 7% से कम होंगे. मुद्रास्फीति चिंता का विषय है जिससे हम अब प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं. अक्टूबर महीने के मुद्रास्फीति आंकड़े सोमवार को जारी होंगे.
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उन्होंने कहा कि पिछले 6 या 7 महीनों में आरबीआई और सरकार दोनों ने ही मुद्रास्फीति को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं. दास ने कहा कि आरबीआई ने अपनी ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है और सरकार ने आपूर्ति पक्ष से जुड़े कई कदम उठाए हैं.
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