Ayodhya Ram Mandir: प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या में श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम तेज गति से किया जा रहा है. एयरपोर्ट के फेज वन का काम पूरा होने वाला है. अब जल्द ही देश के कई बड़े शहरों से हवाई मार्ग के जरिए जुड़ जाएगी.  श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कामों में इतनी तेजी लाई गई है कि राम मंदिर निर्माण से भी पहले यहां एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा और इसी की बदौलत अयोध्या में हवाई उड़ानें भी शुरू होंगी. पूरा होने वाला है पहले चरण का काम एक ओर जहां, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है, तो वहीं अयोध्या में एयरपोर्ट का कार्य भी किया जा रहा है. बता दें, एयरपोर्ट के पहले चरण का काम पूरा होने वाला है. फिलहाल, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया आगे की तैयारियों में पहले से ही जुट गई है और निर्माण कार्यों के साथ उड़ान के लिए लाइसेंसिंग का मानक पूरा करने में लग गई है. सभी कार्य 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश श्रीराम मंदिर से जुड़े सभी कार्यों को अक्टूबर, 2023 तक पूर्ण करने के लिए संबंधित कम्पनियों को निर्देशित किया गया है. इसी क्रम में अयोध्या के लिए दिल्ली और मुंबई से हवाई यात्रा वर्ष-2023 में ही शुरू हो जाएगी. यह जानकारी 'एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया' द्वारा दी गई है. उड़ानें इसी साल अक्टूबर में शुरू होने की संभावना इसी के मद्देजर सभी निर्माण कार्यों में तेजी लाई गई है. उड़ानें इसी साल अक्टूबर में शुरू हो सकती हैं. पहली उड़ान एटीआर-72 जहाज से शुरू होने की संभावना है. श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा जनवरी-2024 में होना तय है. इस संबंध में एयरपोर्ट के कार्यवाहक डायरेक्टर वी. एस. कुशवाहा ने बताया कि नवम्बर महीने तक घरेलू फ्लाइट शुरू हो जाएंगी. एयरपोर्ट में रनवे और पावर ट्रांसमिशन का काम तेजी से पूरा हो रहा है. रनवे का 90 फीसदी काम पूरा उन्होंने यह भी बताया कि अब तक उड़ानों के लिए महत्वपूर्ण रनवे का लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है. एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर बनकर तैयार है. यात्रियों के लिए टर्मिनल बिल्डिंग का लगभग 76 फीसदी काम पूरा हो गया है. सुरक्षा के मद्देनजर बाउंड्री वॉल का हो रहा निर्माण सुरक्षा के मद्देनजर बाउंड्री वॉल का निर्माण अंतिम चरण में है. सख्त सुरक्षा के लिए इस पर कंटीले तार लगाए जा रहे हैं. आइसोलेशन-वे, दो टैक्सी-वे और तीन एयर बसों की पार्किंग के लिए पार्किंग का एप्रन भी बन गया है. पूरे कराए जा रहे लाइसेंसिंग के मानक एयरपोर्ट अथॉरिटी के निदेशक राजीव कुलश्रेष्ठ ने बताया कि एयरपोर्ट के सिविल, इलेक्ट्रिकल और आईटी जैसे कार्य जुलाई से अगस्त के बीच पूरे हो जाएंगे. इसके बाद उड़ान के लिए लाइसेंस की प्रक्रिया होती है. अगस्त तक कार्यों के पूरा होने के बाद जिला प्रशासन के सहयोग से महीने भर में लाइसेंस मिल जाएगा. इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से अनुमति मिलने के बाद उड़ानें शुरू हो जाएंगी. एयरपोर्ट का किया गया निरीक्षण इसी कड़ी में जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने गुरुवार को एयरपोर्ट का निरीक्षण भी किया. जिलाधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट के तीनों फेज के लिए भूमि अर्जन का 97 फीसद कार्य पूरा कर लिया गया है. शेष भूमि के अर्जन का भी कार्य 15 जुलाई तक कर लिया जाएगा. नाइट लैंडिंग सर्विस के साथ कोहरे में भी उतरेंगे विमान फेज-वन के संचालन के साथ ही यहां पर नाइट लैंडिंग की सुविधा के साथ कोहरे में भी विमानों के लैंडिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी. संभवत: इससे अयोध्या आने वाले दर्शनार्थियों और पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा.