Queen Elizabeth II Death: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद भारत ने देश में 11 सितंबर को एक दिन के शोक की घोषणा की. यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का गुरुवार को निधन हो गया. गृह मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के सम्मान में, भारत सरकार ने फैसला किया है कि 11 सितंबर को पूरे भारत में राजकीय शोक का एक दिन होगा.

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गृह मंत्रालय ने कहा कि राजकीय शोक के दौरान उन सभी भवनों पर जहां तिरंगा झंडा लगा है, उसे आधा झुकाकर फहराया जाएगा. उस दिन कोई ऑफिशियल मनोरंजन का कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा.

96 वर्ष की आयु में महारानी ने ली अंतिम सांस

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने स्कॉटलैंड में अंतिम सांस ली. ब्रिटेन की 96 वर्षीय महारानी के निधन के बाद दुनिया भर से शोक व्यक्त किया गया. बता दें कि महारानी एलिजाबेथ की तबीयत ठीक नहीं थी और डॉक्टरों की देखरेख में थीं, 

बकिंघम पैलेस (Buckingham palace) ने बताया कि बाल्मोरल कैसल (Balmoral Castle) में उनकी मृत्यु हो गई. उनका स्वास्थ्य खराब होने के बाद शाही परिवार के सदस्य उनसे मिलने उनके पास पहुंच रहे थे. महारानी के पार्थिव शरीर को वापस लंदन लाए जाने के बाद अंतिम संस्कार से पहले लगभग चार दिनों तक वेस्टमिंस्टर हॉल (Westminster Hall) में रखा जाएगा.

1926 में हुआ था महारानी का जन्म

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का जन्म 21 अप्रैल 1926 को लंदन के मेफेयर में 17 ब्रूटन स्ट्रीट में हुआ था. वह द ड्यूक एंड डचेस ऑफ यॉर्क की पहली संतान थीं - जो बाद में किंग जॉर्ज VI - और क्वीन एलिजाबेथ बनीं.

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय 1952 में गद्दी पर बैठी थी. उन्होंने अपने शासन काल में कई सारे सोशल रिफॉर्म्स को देखा. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके जाने के बाद उनके सबसे बड़े बेटे चार्ल्स, पूर्व प्रिंस ऑफ वेल्स, को राजा बनाया जाएगा और वे दुख की इस घड़ी में देश और 14 राष्ट्रमंडल क्षेत्रों के राज्य का नेतृत्व करेंगे.

पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा, "महामहिम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) को हमारे समय की एक दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा. उन्होंने अपने राष्ट्र और लोगों को प्रेरक नेतृत्व प्रदान किया. उन्होंने सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता का परिचय दिया. उनके निधन से आहत हूं. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं."