आज शरद पूर्णिमा है. मान्यता है कि आज के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होकर धरती पर अमृतवर्षा करता है. शरद पूर्णिमा का धार्मिक महत्व बहुत ज्यादा है. वहीं व्यापार जगत के लिए भी यह दिन विशेष महत्व रखता है. आज के दिन कुछ खास चीजों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि इस रात चांद की चांदनी इतनी ज्यादा होती है कि उसका मानव शरीर और प्रकृति पर अच्छा प्रभाव पड़ता है. कई स्थानों पर तो शरद पूर्णिमा की रात में खेलों का आयोजन होता है, ताकि पूरी रात चांद की चांदनी शरीर पर पड़ती रहे. 

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शरद पूर्णिमा अश्विन माह में मनाई जाती है. यह शरद ऋतु के आगमन का संकेत होती है. शरद पूर्णिमा का चमकीला चांद और साफ आसमान मॉनसून चले जाने का प्रतीक भी माना जाता है. 

खुल कर करें खरीदारी

शरद पूर्णिमा के दिन घर तथा आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि अगर इस दिन घर खरीदा जाए तो उस परिवार में हमेशा रोशनी कायम रहती है और उस पर कभी अंधेरे का साया नहीं पड़ता. साथ ही सोने-चांदी के आभूषण भी खरीदना शुभ माना जाता है. आज के दिन आभूषण खरीदने से घर के खजाने में हमेशा चमक बनी रहती है. शरद पूर्णिमा के दिन वाहन खरीदना भी शुभ माना जाता है. कुछ कंपनियां तो आज के दिन उनके यहां से खरीदारी करने पर विशेष छूट भी ऑफर करती हैं. 

कोजागर पूर्णिमा भी

शरद पूर्णिम को 'कोजागर पूर्णिमा' भी कहा जाता है. माना जाता है कि इस दिन धन की देवी लक्ष्‍मी रात के समय आकाश में विचरण करते हुए 'को जाग्रति' कहती हैं. संस्‍कृत में को जाग्रति का मतलब है कि 'कौन जगा हुआ है?' कहा जाता है कि जो भी व्‍यक्ति शरद पूर्णिमा के दिन रात में जगा होता है, लक्ष्‍मी उन्‍हें उपहार देती हैं. 

खीर का विशेष महत्व

इस दिन खीर बनाकर रात में उसे चांद की चांदनी में रख दिया जाता है. खीर पर चांदनी पड़ने से उसमें औषधिय गुणों का संचार होता है, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है. खासकर दिल के रोगियों के लिए यह खीर किसी दवा से कम नहीं होती.