कई राहतों के साथ सरकार ने देश भर में लॉकडाउन को 30 जून तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 31 मई 2020 को देश के लोगों से 'मन की बात' कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आने लगी है. ट्रेनें चलने लगी हैं, हवाई जहाज चलने लगे हैं. उन्होंने कहा कि इन राहतों के बीच हमें कोरोना से लड़ाई के लिए 2 गज की दूरी के नियम का पालन करना होगा. 

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प्रधानमंत्री ने कहा कि कोराेना के इस संकट के दौर में विश्व के अनेक नेताओं से बात हुई है. लेकिन मैं एक सीक्रेट बताना चाहुंगा, विश्व के नेताओं से जब बात होती है तो वो योग और आयुर्वेद में बेहद दिलचस्पी दिखाते हैं. कुछ नेताओं ने पूछा कि कोरोना के इस काल में योग और आयुर्वेद कैसे मदद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि बहुत से लोग योग और आयुर्वेद से जुड़े हैं. कुछ लोगों ने तो ऑनलाइन क्लास कर ली है. योग और आयुर्वेद प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काफी बेहतर है. 

पीएम ने कहा कि हमारे देश में करोड़ों-करोड़ गरीब, दशकों से एक बहुत बड़ी चिंता में रहते आए हैं किअगर बीमार पड़ गए तो क्या होगा? इस चिंता को दूर करने के लिए ही करीब डेढ़ साल पहले 'आयुष्मान भारत' योजना शुरू की गई थी. कुछ ही दिन पहले 'आयुष्मान भारत' के लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ पार हो गई है.

उन्होंने कहा, 'प्रवासी मजदूरों की मुश्किलों को देखते हुए नए कदम उठाना जरूरी हो गया है. हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. माइग्रेशन कमिशन बनाने की बात हो रही है. केंद्र सरकार के फैसलों से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेंगे. ये फैसले आत्मनिर्भर भारत के लिए हैं. 

 

हमारे रेलवे के साथी दिन-रात लगे हुए हैं. केंद्र हो, राज्य हो, स्थानीय स्वराज की संस्थाएं हो- हर कोई दिन-रात मेहनत कर रहा है. जिस प्रकार रेलवे के कर्मचारी आज जुटे हुए हैं, वे भी एक प्रकार से अग्रिम पंक्ति में खड़े कोरोना वॉरियर्स ही हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गांवों में हमारी बेटियां हजारों की संख्या में मास्क बना रही हैं. उन्होंने कहा कि रोज कितने ही उदाहरा देखने को मिल रहे हक्ं.  लोग अपने प्रयासों के बारे में मुझे नमो ऐप के जरिए बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये देख कर अच्छा लगा कि कई दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए ग्राहक को सामान देने के लिए पाइप का इस्तेमाल कर रहे हैं. 

 प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'इस दौरान पढ़ाई के क्षेत्र में भी कई अलग अलग इनोवेशन शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर किए हैं.  ऑनलाइन क्लासों को शुरू किया गया है.  कोरोना की दवा पर हमारी लैब में जो काम हो रहा है, उसपर पूरी दुनिया की नजर है.

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि देश में इकॉनमी का बड़ा हिस्सा फिर से खुल गया है. ट्रेन और विमान फिर से चलने लगे हैं.  ऐसे में बिल्कुल भी ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए.  उन्होंने कहा कि भारत कोरोना के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा रही है. 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई का रास्ता काफी लंबा है. इस दौरान हम सभी नई-नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. 'हमारे डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी, मीडिया के साथी ये सब जो सेवा कर रहे हैं, उसकी चर्चा मैंने कई बार की है. 'मन की बात' में भी मैंने उसका जिक्र किया है. सेवा में अपना सब कुछ समर्पित कर देने वाले लोगों की संख्या अनगिनत है.

उन्होंने कहा की कोरोना से होने वाली मृत्यु दर भी हमारे देश में काफी कम है. जो नुकसान हुआ है, उसका दु:ख हम सबको है, लेकिन जो कुछ भी हम बचा पाएं हैं, वो निश्चित तौर पर देश की सामूहिक संकल्पशक्ति का ही परिणाम है.

 

उन्होंने कहा कि दूसरों की सेवा में लगे व्यक्ति के जीवन में कोई अवसाद या तनाव कभी नहीं दिखता. उसके जीवन में भरपूर आत्मविश्वास, सकारात्मकता और जीवंतता नजर आती है. देशवासियों की संकल्पशक्ति के साथ एक और शक्ति इस लड़ाई में हमारी सबसे बड़ी ताकत है और वो है- देशवासियों की सेवाशक्ति. 

प्रधानमंत्री 'मन की बात' कार्यक्रम के 65 वें संस्करण के दौरान 1 जून से दी जा रही छूटों के बारे में भी चर्चा कर सकते हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को 1 जून से शुरू होने वाले लॉकडाउन के अगले चरण के तहत कंटेनमेंट जोन के बाहर सभी गतिविधियों को फिर से खोलने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. नई गाइडलाइंस में तीन चरणों में प्रतिबंधों को हटाने का प्लान पेश किया गया है. पहले चरण में आठ जून से धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट और मॉल को खुल जाएंगे. दूसरे चरण में स्कूलों, कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों को जुलाई से खोला जाएगा. तीसरे चरण में मेट्रो, सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल समेत अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा को खोला जाएगा.

मन की बात का यह संस्करण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली सालगिरह के एक दिन बाद हो रहा है. मन की बात के 64वें एपिसोड में प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के कारण देश में व्याप्त स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया था और लोगों से आग्रह किया था कि वे लॉकडाउन के दौरान गरीबों, प्रवासियों और जरूरतमंदों की मदद करें.