गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई राष्ट्रीय राजधानी में हिंसा (tractor rally violence) के बाद केंद्र सरकार की पहली प्रतिक्रिया आई है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हिंसा के बाद भी किसानों के साथ बातचीत के रास्ते बंद नहीं हुए हैं. सरकार हर एक मुद्दे पर खुलकर बात करने के लिए तैयार है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने इस हिंसा के लिए कांग्रेस (Congress) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने किसानों को लगातार उकसाने का काम किया. कांग्रेस और कम्युनिस्ट देश में अशांति चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस स्तर पर गिर जाएगी, ये कभी सोचा नहीं था.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी सियासत की वे निंदा करते हैं. कांग्रेस चाहती है कि देश में इस तरह की घटनाएं होती रहें. लेकिन कांग्रेस कभी अपने मकसद में कामयाब नहीं होगी. 

नोएडा से दिल्ली जाने वालों के लिए बड़ी राहत, चिल्ला बॉर्डर पर किसान आंदोलन खत्म, खुला रास्ता

प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने, उनकी स्थिति में सुधार लाने और उन्हें हर स्तर पर न्याय दिलाने के लिए लगातार काम कर रही है. 

दिल्ली पुलिस एक्शन मोड में (Delhi Police on tractor rally violence)

उधर, दिल्ली पुलिस कल की हिंसा के बाद लगातार एक्शन मोड में है. दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि किसान नेता ट्रैक्टर परेड (farmers tractor parade) के किए गए अपने वादे से पलट गए जिसकी वजह से हालात बिगड़े. उन्होंने कहा कि यूनियनों ने उपद्रवी तत्वों को आगे कर दिया. इस हिंसा में 394 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. कई किसानों को भी चोट लगी हैं.

ट्रैक्टर रैली (tractor parade) के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव (Delhi Police Commissioner SN Shrivastava) ने कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा पिछले 2 महीने से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहा है. 2 जनवरी को पुलिस को किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली निकाले जाने के ऐलान की जानकारी हुई. 

यह भी पढ़ें- ट्रैक्टर रैली में किसान नेताओं ने अराजक तत्वों को आगे कर दिया- दिल्ली पुलिस

पुलिस (Delhi Police) ने शुरू से ही 26 जनवरी के दिन सुरक्षा इंतजामों को देखते हुए ऐसा न करने की अपील की, लेकिन किसानों ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया. जब बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची तो ट्रैक्टर रैली की कुछ शर्तों के साथ परमिशन दे दी गई. इसमें रैली के लिए तीन रूट तय किए गए. 

वादे से मुकरे किसान नेता ( Farmer leaders inflammatory speeches)

दिल्ली पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) ने कहा कि 25 जनवरी की शाम को किसान अपने वादे से मुकर गए. माहौल खराब करने के लिए अराजक तत्वों को आगे कर दिया. उन्होंने कहा कि असमाजिक तत्व पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को मारते रहे लेकिन पुलिस ने संयम से काम लिया. 

दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा (culprits not be spared)

पुलिस कमिश्नर ने साफ कहा है कि हिंसा में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. कोई किसान नेता भी दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई होगी. हिंसा करने वालों के वीडियो फुटेज पुलिस के पास हैं. इन फुटेज की जांच जारी है और गिरफ्तारी की जाएगी. अभी तक 25 केस रजिस्टर किए गए हैं. किसान संगठनों के नेताओं से पूछताछ की जाएगी. 

 

Zee Business App: पाएं बिजनेस, शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, इकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूज, देश-दुनिया की खबरें, देखें लाइव न्यूज़. अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें