संसद हमले के 22 साल, PM मोदी सहित कई मंत्रियों ने हमले में शहीद हुए लोगों को दी श्रद्धांजलि, उनके परिजनों से भी की मुलाकात
Parliament Attack 2001: संसद पर हमले की आज 22वीं बरसी है. आतंकी हमले के 22 साल पूरे होने पर सदन में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
Indian Parliament attack 2001: संसद हमले के 22 साल हो चुके हैं. आज ही के दिन संसद पर हमला किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य नेता शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
संसद हमले के 22 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ संसद भवन में शहीद जवानों के परिजनों से मुलाकात की.
संसद हमले की 22वीं बरसी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और अन्य नेताओं ने हमले में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सद हमले की 22वीं बरसी पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और अन्य नेताओं ने हमले में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
संसद हमले की कहानी
आज से ठीक 22 साल पहले इसी दिन 13 दिसंबर 2001 को संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा था. कई विधेयक पर चर्चा के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया था. उस वक्त के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सदन से बाहर चले गए थे. लेकिन सदन में काफी लोग मौजूद थे. इसी बीच करीब 11:30 बजे अचानक से गोलीबारी शुरु हो गई. सदन के जवान कुछ समझ पाते इससे पहले हमलावरों ने ताबड़तोड़ हमला करना शुरु कर दिया.
यह मुठभेड़ करीब 4 बजे तक चला. जिसमें 5 हमलावर मारे गए. इस हमले में 6 सुरक्षाकर्मी, संसद के 2 सुरक्षाकर्मी और एक माली की भी मौत हो गई थी. उस वक्त सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर देश संसद के लोगों की रक्षा की. इस हमले में 18 लोग घायल हुए थे. संसद भवन पर हमला करने वाला लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकवादी संगठन थे. इस हमले में कुल 14 लोगों की जानें गई थी.