PM Modi Mann ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज यानी 31 जुलाई की सुबह 11 बजे मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 91वें एपिसोड को संबोधित किया. आज पीएम मोदी ने देशवासियों से संवाद करते हुए लोगों से अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल और घर के बाहर तिरंगा लगाने की अपील की. उन्होंने कहा कि आप 2 अगस्त से 15 अगस्त के बीच भी अपनी सोशल प्रोफाइल पर तिरंगे को लगा सकते हैं. इसके अलावा 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराकर इस ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का हिस्सा बनने की अपील की. इस कार्यक्रम में कई तरह के मुद्दों पर चर्चा हुई, जहां पीएम अपनी मन की बात को लोगों तक पहुंचाने का काम करते हैं.

पीएम मोदी का तिरंगा अभियान

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पीएम मोदी ने कहा कि इस बार वो अपील करते हैं कि 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक पूरे देशभर के लोग हर घर तिरंगा अभियान का हिस्सा बनें. इस बार का स्वतंत्रता दिवस अभियान बहुत खास है. इसे लेकर पूरे देश में बहुत सी तैयारियां की गई है. पीएम ने अपने संबोधन में ये भी कहा कि साथियों आज़ादी के अमृत महोत्सव में हो रहे इन सारे आयोजनों का सबसे बड़ा सन्देश यही है कि हम सभी देशवासी अपने कर्तव्य का पूरी निष्ठा से पालन करें. तभी हम उन अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों का सपना पूरा कर पायेंगे और उनके सपनों का भारत बना पाएंगे.

'स्वतंत्रता संग्राम में रेलवे का योगदान'

पीएम मोदी ने कहा, 'देश की आजादी में भारतीय रेलवे का अहम योगदान है. ऐसे में देश के 75 रेलवे स्टेशनों की पहचान की गई है. जिनका देश की आजादी की लड़ाई में बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा. इन सभी 75 रेलवे स्टेशनों को 15 अगस्त के मौके पर विशेष तरीके से सजाया गया है. इसलिए मैं स्कूली बच्चों और शिक्षकों से अपील करता हूं कि वो सभी को नजदीक के उन रेलवे स्टेशन को दिखाने ले जाएं जहां पर आजादी के संग्राम के महत्वपूर्ण हिस्सों को सही तरह से समझा जा सके.'

किसानों का बदल रहा है जीवन

पीएम मोदी ने आगे कहा कि ‘मन की बात’ में हम हर बार देशवासियों की ऐसी सफलताओं की चर्चा करते हैं जो हमारे चेहरे पर मीठी मुस्कान बिखेर देती हैं. अगर कोई सक्सेस स्टोरी, मीठी मुस्कान भी बिखेरे, और स्वाद में भी मिठास भरे, तब तो आप इसे जरुर सोने पर सुहागा कहेंगे. हमारे किसान इन दिनों शहद के उत्पादन में ऐसा ही कमाल कर रहे हैं. शहद की मिठास हमारे किसानों का जीवन भी बदल रहा है, उनकी आय भी बढ़ा रही है. हरियाणा में, यमुनानगर में, एक मधुमक्खी पालक साथी रहते हैं सुभाष कंबोज जी. उन्होंने वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लिया. इसके बाद उन्होंने केवल 6 बॉक्स के साथ अपना काम शुरू किया था. आज वो करीब दो हजार बक्सों में मधुमक्खी पालन कर रहे हैं. और उनका शहद कई राज्यों में सप्लाई होता है. 

इसी तरह कर्नाटक के एक और किसान हैं मधुकेश्वर हेगड़े उन्होंने, भारत सरकार से 50 मधुमक्खी कॉलोनियों के लिए सब्सिडी ली थी. आज उनके पास 800 से ज्यादा कॉलोनियां हैं, और वो कई टन शहद बेचते हैं. उन्होंने अपने काम में इनोवेशन किया, और वो जामुन शहद, तुलसी शहद, आंवला शहद जैसे वानस्पतिक शहद भी बना रहे हैं. मधुकेश्वर जी, मधु उत्पादन में आपके इनोवेशन और सफलता, आपके नाम को भी सार्थक करती है. इसी तरह जम्मू के पल्ली गांव में विनोद कुमार जी भी डेढ़ हज़ार से ज्यादा कॉलोनियों में मधुमक्खी पालन कर रहे हैं. उन्होंने पिछले साल, रानी मक्खी पालन का प्रशिक्षण लिया है. इस काम से, वो, सालाना 15 से 20 लाख रूपए कमा रहे हैं.