नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New education Policy) को अब अमलीजामा पहनाना शुरू किया है. इस योजना के लिए आज स्टार्स कार्यक्रम तय किया है. स्टार्स यानी स्ट्रेंगथनिंग टीचिंग-लर्निंग एंड रिजल्ट्स फॉर स्‍टेट्स (STARS) कार्यक्रम के तहत 11 राज्यों में बेसिक शिक्षा में सुधार पर फोकस किया जाएगा.

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केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक (Cabinet Meeting) में कई अहम फैसले लिए है. इनमें एक फैसला नई शिक्षा नीति को लेकर था. उन्होंने कहा कि  नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अब अमलीजामा पहनाना शुरू किया जाएगा. इसके लिए STARS कार्यक्रम तय किया गया है. अब शिक्षा रट्टा लगाकर पढ़ाई करना नहीं समझ कर सीखना होगी.

उन्होंने कहा कि पढ़ाई का मतलब समझना और सीखना है. इस सिस्टम को लागू करने के लिए ही STARS कार्यक्रम बनाया गया है. 

बच्चों की शिक्षा पर फोकस

नई शिक्षा  3 से 8 वर्ष तक के बच्चों के लिए मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञात बढ़े. इसके लिए टीचरों को ट्रेनिंग मिले. बोर्ड परीक्षा में क्षमता आधारित मूल्याकंन के लिए सुधार हो. साथ ही स्वतंत्र मूल्यांकन की व्यवस्था होनी चाहिए. 

 

नई शिक्षा नीति का असल उद्देश्य है शिक्षा से प्राप्ति यानी शिक्षा से आपने क्या सीखा.

3700 करोड़ रुपये देगा विश्व बैंक

STARS कार्यक्रम विश्व बैंक (World Bank) की मदद से चलाया जाएगा. इस कार्यक्रम के लिए विश्व बैंक भारत सरकार को 3700 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद करेगा. इसमें 2000 करोड़ रुपये का योगदान राज्य सरकार देंगी. इस तरह स्टार्स कार्यक्रम पर 5718 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इस कार्यक्रम से शिक्षा में मूलभूत सुधार का रास्ता खुलेगा. 

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इस कार्यक्रम को फिलहाल 6 राज्यों में लागू किया जा रहा है. इन राज्यों में हिमाचल प्रदेश, राजस्‍थान, महाराष्‍ट्र, मध्‍य प्रदेश, केरल और ओडिशा शामिल हैं. इन राज्यों में इस कार्यक्रम को विश्व बैंक आर्थिक मदद मुहैया कराएगा. 

एक ऐसा ही कार्यक्रम गुजरात, तमिलनाडु, उत्तराखंड, झारखंड और असम में चलेगा और यहां आर्थिक मदद एडीबी यानी एशियाई विकास बैंक मुहैया कराएगा.