रिपोर्ट : कुलदीप नेगी

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केदारनाथ धाम की तर्ज पर अब बद्रीनाथ धाम के भी कायाकल्प की तैयारी है. नई केदारपुरी के बाद अब नए बैकुण्ठ धाम को भी तैयार करने की योजना है. जी हां, अब भगवान बद्रीविशाल के इस पावन धाम को और अधिक आकृषक बनाने और नया नया स्वरूप देने की योजना पर काम शुरू हो गया है. प्रदेश सरकार बद्रीनाथ धाम का भी मास्टर प्लान तैयार कर रही है और इसके आधार पर बद्रीनाथ धाम को 1 नया स्वरूप दिया जाएगा. 

बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने PM मोदी से इसके लिए सिफारिश की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. राज्य सरकार बद्रीनाथ धाम का मास्टर प्लान तैयार रही है. इसी मास्टर प्लान के आधार पर बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य किए जाएंगे. दरअसल जब पीएम मोदी केदारनाथ व बद्रीनाथ धाम के दर्शनों के लिए पहुंचे थे, उस दौरान बद्रीनाथ धाम में BKTC के अध्यक्ष ने उनके सामने यह प्रस्ताव रखा था. बीकेटीसी अध्यक्ष की मानें तो उनका यो अनुरोध स्वीकार लिया गया है.

नए मास्टर प्लान के तहत बद्रीनाथ मंदिर के आसपास रास्‍ता चौड़ा किया जाएगा ताकि दूर से ही भगवान बद्रीविशाल के बैकुण्ठ धाम के भव्य दर्शन हो सकें. इसके लिए आसपास के क्षेत्र के निर्माण, होटल, दुकानें शिफ्ट की जाएंगी. इसके साथ ही मौजूदा पुल को भी चौड़ा किया जाएगा. इसके अलावा माणा गांव की तरफ से भी 1 पुल और आस्था पथ बनेगा. यही नहीं तीर्थयात्रियों के लिए 1 रैन बसेरा भी बनाया जाएगा. इसको मास्टप्लान में शामिल किया जाएगा. 

मुख्य सचिव उत्पल कुमार की मानें तो बद्रीनाथ धाम के विकास के लिए रोडमैप तैयार किया जा रहा है. यह मास्टर प्लान यहां आने वाले यात्रियों के हिसाब से तैयार किया जाएगा, जिसमें उन्हें तमाम तरह की सुविधाएं देने की कोशिश होगी और ऐसा अनुभव देने के भी प्रयास किए जाएंगे जिसकी अनुभूति के लिए वे इस पावन धाम में आते हैं. इसके अलावा धाम के आसपास साफ सफाई, चलने का रास्ता सहित कई और कार्य होंगे.

प्रदेश के चारधाम न सिर्फ राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है बल्कि मोदी सरकार का भी इन क्षेत्रों के विकास पर पूरा फोकस है. यही वजह है कि चारधाम यात्रा मार्ग को 12 माह चलने वाला बनाने के लिए ऑल वेदर रोड का निर्माण किया जा रहा है. चारधाम को रेल कनेक्टिविटी से जोड़ने के भी प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके बाद यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा.