पूरा विश्व इस समय संकट के बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है. यह संकट ऐसा है कि जिसने विश्वभर में मानव जाति को संकट में डाल दिया है. पहले और दूसरे विश्व युद्ध में भी लोग इतने प्रभावित नहीं हुए थे, जितना इस समय हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत के सभी 130 करोड़ देशवासी इस संकट के समय मिलकर खड़े हैं.

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उन्होंने कहा कि इस महामारी का सामना करने के लिए संकल्प और संयम की जरूरत है. आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि इस महामारी को रोकने के लिए सरकारों के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह  से पालन करें. यह संकल्प लें कि हम खुद तो संक्रमित होने से बचेंगे ही साथ ही दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे.

ऐसी स्थिति में बस एक ही मंत्र काम करता है, हम स्वस्थ्य, जगत स्वस्थ्य. यही मंत्र इस महामारी से बचा सकता है.

पीएम मोदी ने कहा कि दूसरा कदम है संयम. हमें भीड़ से बचने में संयम रखना होगा. बहुत जरूरी होने पर घर से निकलें. उन्होने कहा कि परिवार के सीनियर सिटिजंस को आने वाले कुछ सप्ताह तक घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए.

जनता कर्फ्यू

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को जनता कर्फ्यू लगाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आने वाले रविवार, 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी लोगों को घरों में रहना है. उन्होंने कहा कि ये जनता कर्फ्यू जनता द्वारा, जनता के लिए उठाया गया एक कदम है. उन्होंने सभी देशवासियों से इस जनता कर्फ्यू को सफल बनाने का आह्वान किया.

आभार व्यक्त करने की अपील

पिछले दो महीनों से लाखों लोग हॉस्पिटलों में, शहरों में, एयरपोर्ट पर, स्टेशनों पर तमाम लोग दिनरात काम कर रहे हैं. अपनी परवाह किए बिना ये लोग दूसरों की सेवा में लगे हैं. महामारी के दौर में इनकी सेवाएं बहुत ही अहम हैं. इनमें डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी, ड्राइवर, डिलीवरी मैन, मीडियाकर्मी शामिल हैं. 

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प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि 22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें. रविवार को ठीक 5 बजे, हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें.'

22 मार्च को शाम 5 बजे सायरन की आवाज से इसकी सूचना लोगों तक पहुंचाई जाएगी.

आर्थिक चुनौती

पीएंम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस से आर्थिक जगत को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोविड-19 इकोनॉमिक रिस्पॉन्स टास्क फोर्स (COVID-19-19-Economic Response Task Force) का गठन करने का फैसला किया है. ये टास्क फोर्स सुनिश्चित करेगी कि आर्थिक मुश्किलों को कम करने के लिए जितने भी कदम उठाए जाएं, उन पर प्रभावी रूप से अमल हो.

पैनिक न करें 

प्रधानमंत्री ने लोगों से घरों में सामान का अतिरिक्त स्टॉक नहीं करने की अपील करते हुए कहा, 'मैं देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं.'