आने वाले दिनों में आम आदमी को बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. पेट्रोल-डीजल 7 रुपए तक सस्ता हो सकता है. दरअसल, पिछले दो महीने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी देखने को मिली थी. लेकिन, अब इस पर ब्रेक लग गया है. पिछले एक हफ्ते में कच्चे तेल के दाम में कमी देखने को मिली है. इसका सीधा असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिली है. पिछले आठ दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती देखने को मिली है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 1 रुपए 73 पैसे की कमी आ चुकी है. दिल्ली में फिलहाल पेट्रोल के दाम 82.83 रुपए प्रति लीटर से गिरकर 81.25 रुपए प्रति लीटर आ गए हैं.

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क्यों सस्ता हो सकता है पेट्रोल?

बाजार के एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले एक महीने में पेट्रोल 7 रुपए तक सस्ता हो सकता है. इसके पीछे दो बड़ी वजह हैं. पहला अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल की कीमतें लगातार गिर रही हैं. वहीं, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार मजबूत हो रहा है. रुपये के आगे भी मजबूत होने के संकेत हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि रुपये में मजबूती और कच्चे तेल में गिरावट से पेट्रोल के दाम फिर दो महीने पुराने आंकड़ों को छू सकते हैं. ऐसे में पेट्रोल 6 से 7 रुपए तक सस्ता हो सकता है. 

क्यों गिर रहा है कच्चा तेल?

केडिया कमोडिटा के एमडी अजय केडिया के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में सऊदी अरब ने कच्चे तेल की सप्लाई बढ़ाई है. इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. 3 अक्टूबर को कच्चा तेल साल के उच्चतम स्तर 86.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा था. लेकिन, अब इसमें 13 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. कच्चे तेल की कीमतें फिसलकर 76 डॉलर प्रति बैरल आ गई हैं.

अभी और गिरेगा कच्चा तेल

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो कच्चा तेल 70 डॉलर प्रति बैरल तक फिसल सकता है. कच्चे तेल में आई गिरावट से रुपये में मजबूती आएगी. डॉलर के मुकाबले रुपया 72 के स्तर को छू सकता है. अगर रुपया मजबूत होता है तो पेट्रोल के दाम मौजूदा कीमतों से 7 रुपये तक कम हो सकते हैं. हालांकि, अगर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट आती है तो पिछली दिनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से दी गई छूट को वापस लिया जा सकता है.

इन आधार पर तय होते हैं रेट

ऑयल मार्केटिंग कंपनियां तीन आधार पर पेट्रोल और डीजल के रेट तय करती हैं. पहला अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव. दूसरा देश में आयात करते वक्त डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए की कीमत. तीसरा आधार अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल का भाव क्या है.