Pariksha Pe Charcha 2024: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज परीक्षा पे चर्चा शो में आगामी परीक्षा को लेकर छात्रों से चर्चा करेंगे. यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे प्रसारित होगा. शो के दौरान पीएम मोदी छात्रों से परीक्षा के दौरान तनाव कैसे कम करें इस पर संवाद करेंगे.

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यहां देख सकते हैं Pariksha Pe Charcha 2024 LIVE

परीक्षा पे चर्चा का सीधा प्रसारण प्रधानमंत्री कार्यालय, पीआईबी, शिक्षा मंत्रालय समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सुबह 11 बजे से किया जाएगा. पीएम मोदी आज एग्जाम वॉरियर्स से करेंगे बातचीत परीक्षा पे चर्चा का 7वां संस्करण टाउन हॉल प्रारूप में भारत मंडपम, आईटीपीओ, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में सुबह 11 बजे से शुरू होगा. कार्यक्रम में लगभग 3000 प्रतिभागी प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करेंगे. इसको लेकर पीएम मोदी ने एक पोस्ट भी किया है. अपने पोस्ट में पीएम ने लिखा है. सुबह 11 बजे 'परीक्षा पे चर्चा' के लिए आप सभी से मिलने का इंतजार है!"

परीक्षा पे चर्चा का सातवां संस्करण का होगा आयोजन

परीक्षा पे चर्चा के पहले तीन संस्करण नई दिल्ली में टाउन-हॉल इंटरैक्टिव प्रारूप में आयोजित किए गए थे. कोविड महामारी के कारण, चौथा संस्करण दूरदर्शन और सभी प्रमुख टीवी चैनलों पर प्रसारित कार्यक्रम के रूप में ऑनलाइन आयोजित किया गया था. परीक्षा पे चर्चा का पांचवां और छठा संस्करण नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में टाउन-हॉल प्रारूप में आयोजित किया गया था. 2023 में, लगभग 31.24 लाख छात्रों, 5.60 लाख शिक्षकों और 1.95 लाख अभिभावकों ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में भाग लिया था.

क्या है परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम?

परीक्षा पे चर्चा युवाओं के लिए तनाव मुक्त माहौल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बड़े आंदोलन - 'एग्जाम वॉरियर्स' का हिस्सा है. यह एक ऐसा आंदोलन है जो छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और समाज को एक साथ लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से प्रेरित है ताकि एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा दिया जा सके जहां प्रत्येक बच्चे की अद्वितीय व्यक्तित्व का जश्न मनाया जाए, प्रोत्साहित किया जाए और खुद को पूरी तरह से व्यक्त करने की अनुमति दी जाए.

इस आंदोलन की प्रेरणा प्रधान है मंत्री नरेंद्र मोदी की अग्रणी, सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक 'एग्जाम वॉरियर्स'. इस पुस्तक के माध्यम से, प्रधान मंत्री ने शिक्षा के लिए एक ताज़ा दृष्टिकोण की रूपरेखा तैयार की. छात्रों के ज्ञान और समग्र विकास को प्राथमिक महत्व दिया जाता है. प्रधानमंत्री ने सभी से परीक्षाओं को अनुचित तनाव और दबाव से युक्त जीवन-मृत्यु की स्थिति बनाने के बजाय सही परिप्रेक्ष्य में रखने का आग्रह किया. सीखना एक आनंददायक, संतुष्टिदायक और अंतहीन यात्रा होनी चाहिए - यही प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पुस्तक का संदेश है.