दक्षिण भारत में जहां तितली तूफान ने भारी तबाही मचाई है वहीं, बुधवार और गुरुवार को हुई बेमौसमी बारिश से उत्तर भारत में बड़े पैमाने फसल चौपट हो गई है. पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में खेतों में खड़ी धान की फसल पर बारिश और ओलावृष्टि होने से फसल खेतों में बिछ गई. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. पंजाब के किसानों ने तो मुआवजे की मांग करते हुए कई स्थानों पर धरने-प्रदर्शन भी किए. पंजाब सरकार ने प्रभावित किसानों को जल्द ही मुआवजा देने का ऐलान किया है.

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बुधवार की शाम पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में अचानक भारी बारिश हुई और कई स्थानों पर ओले भी गिरे. गुरुवार को भी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के कई इलाकों में भारी बारिश हुई और ओलावृष्टि हुई. यहां खेतों में धान की फसल कटने के लिए तैयार खड़ी है. बारिश और ओले पड़ने से खड़ी फसल मिट्टी में मिल गई और जहां फसल कटी हुई रखी थी वहां उसमें पानी भर गया. इसके अलावा बाजार जाने के लिए तैयार रखी फसल में नमी आने से उसके बाजार भाव पर असर पड़ा है. मंडियों में धान की खरीद जारी है. इसलिए हरियाणा और पंजाब की मंडियों में लाखों टन धान खुले में रखा हुआ है. बारिश से मंडियों में खुले में रखी हुई फसल को भी भारी नुकसान हुआ है.  

पंजाब के गुरदासपुर और अंबाला में ज्यादा नुकसान देखने को मिला है. फसल खराब होने से नाराज किसानों ने अंबाला-हिसार हाइवे पर धरना-प्रदर्शन करके यातायात जाम कर दिया. किसान 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की मांग कर रहे थे. किसानों ने कहा कि बारिश और ओले से खेत में खड़ी फसल मिट्टी में मिल गई है और फसल के दाने भी झड़ गए. 

किसानों का हंगामा बढ़ता देख मौके पर स्थानीय प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और उन्हें समझाने की कोशिश करने लगे, लेकिन किसान मौके पर ही मुआवजे की घोषणा करने की मांग करने लगे. अंबाला की उपायुक्त शरणदीप कौर ने कहा कि जल्द ही प्रभावित इलाकों में उचित मुआवजे दिया जाएगा. स्थानीय विधायक ने किसानों को 25 रुपये प्रति एकड़ से मुआवजा दिलाने का आश्वान दिया. विधायक द्वारा आश्वान दिए जाने के बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया. 

जानकारी के मुताबिक, गुरदासपुर जिले में करीब तीन हजार एकड़ फसल खराब हुई है. जिले के ततले, कादियांवाली, कोट मोहन लाल और गजनीपुर आदि गांवों में धान की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है. उधर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी कई जिलों में बारिश से फसल प्रभावित हुई है.