प्रधानमंत्री (PM Modi) ने मंगलवार को कोरोना संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के साथ ही 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' का ऐलान किया. प्रधानमंत्री ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आम लोगों से लोकल के लिए ‘वोकल’ (vocal about local) होने की अपील की है. प्रधानमंत्री की अपील के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने ट्वीट कर ये बताया कि गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया है कि सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की कैंटीनों में अब सिर्फ स्वदेशी सामान ही मिलेगा. 01 जून 2020 से देशभर की सभी CAPF कैंटीनों पर यह नियम लागू होगा.  गृह मंत्रालय के इस फैसले से लगभग 10 लाख CAPF कर्मियों के 50 लाख परिजन स्वदेशी उपयोग करेंगे.

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पांच सालों में आत्मनिर्भर हो जाएगा देश

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को आत्मनिर्भर बनाने और लोकल प्रोडक्ट्स (made in india Products) उपयोग करने की अपील की है. इससे आने वाले समय में भारत को विश्व का नेतृत्व करने का रास्ता साफ होगा. उन्होंने देश के लोगों से अपील की कि लोग देश में बने उत्पादों को अधिक से अधिक अपने इस्तेमाल में लाएं और अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि ये पीछे रहने का समय नहीं है. बल्कि आपदा को अवसर में बदलने का समय है. अगर देश के लोग स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल करें तो अगले पांच सालों में देश आत्मनिर्भर बन सकता है.

घरेलू उद्योगो को मिलेगा बल

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को ही देश को आत्मनिर्भर बनाने  के लिए अभियान का ऐलान किया था. प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है उसे ,'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी बताया है. यह आर्थिक पैकेज 20 लाख करोड़ रुपए का है. ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है. PM मोदी ने कहा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ सभी पर बल दिया गया है. ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है.

लोकल के लिए वोकल रहे हर देशवासी

पीएम मोदी मंगलवार को अपने भाषणा में कहा कि ये संकट इतना बड़ा है कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं. लेकिन, इन्हीं परिस्थितियों में हमने देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है. आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ (vocal about local) बनना है. हमें न सिर्फ लोकल प्रॉडक्ट्स खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है. लोकल से ग्लोबल बनने का यह बड़ा अवसर, इसलिए लोकल के लिए वोकल रहें.

 

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लोकल ने ही हमें बचाया-PM

प्रधानमंत्री ने कहा- गरीब, श्रमिक, प्रवासी मजदूर हों, मछुआरे हों. हर तबके लिए आर्थिक पैकेज में कुछ महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा. कोरोना ने हमें लोकल मैन्यूफैक्चरिंग, लोकल सप्लाई चेन और लोकल मार्केटिंग का भी मतलब समझा दिया है. लोकल ने ही हमारी डिमांड पूरी की है. हमें इस लोकल ने ही बचाया है. लोकल सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है.