Online Friendship से सावधान, फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट के चक्कर में डूबे Rs 70000, फेसबुक से जुड़ा है मामला
Online dating frauds in India: कुछ ऐसी ही घटना मुंबई (Mumbai) में रहने वाले 28 साल के सुनील बजारे नाम के युवक के साथ हुआ, जिसे अनजान से दोस्ती करना बहुत महंगा पड़ गया. उनके साथ महंगे गिफ्ट भेजने के बहाने फ्रॉड हुआ और उन्हें 70,000 रुपये की रकम गंवानी पड़ी.
Online dating frauds in India: वैलेनटाइन डे (Valentine's day) आने वाला है. अगर आपको विदेश से फेसबुक (Facebook), जीमेल (gmail) या किसी दूसरी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फ्रेंड रिक्वेस्ट आ रहे हैं तो आप सावधान हो जाइए. ये ऑनलाइन वाली फ्रेंडशिप (online friendship) आपको भारी पड़ सकती है. आप हनी ट्रैप (Honey trap) के जाल में भी फंस सकते हैं. कुछ ऐसी ही घटना मुंबई (Mumbai) में रहने वाले 28 साल के सुनील बजारे नाम के युवक के साथ हुआ, जिसे अनजान से दोस्ती करना बहुत महंगा पड़ गया. उनके साथ महंगे गिफ्ट भेजने के बहाने फ्रॉड हुआ और उन्हें 70,000 रुपये की रकम गंवानी पड़ी.
फेसबुक (Facebook) के जरिये विदेश में दोस्ती और फिर महंगे गिफ्ट के नाम पर ठगी के किस्से कई बार सामने आते हैं. मुंबई में इस मामले के शिकार सुनील को कुछ दिन पहले लंदन से एक महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते ही महिला ने सुनील को महंगे गिफ्ट देने की बात कही.
सुनील को यकीन दिलाने के लिए महिला ने गिफ्ट्स की फोटो भी भेजी. बाद में महिला ने एक नई चाल चलते हुए सुनील को बताया कि वह कस्टम ड्यूटी देना भूल गई. उसने सुनील को कस्टम ड्यूटी भरने के लिए राजी कर लिया और उसने महिला को 70 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए. कई दिनों बाद भी जब गिफ्ट नहीं पहुंचे तो उन्हें अपने साथ हुई ठगी का पता चला. मामले की जांच में पुलिस जुटी है.
महाराष्ट्र साइबर क्राइम (cyber crime) के अधिकारी बाल सिंह राजपूत कहते हैं कि ऐसे मामले कई होते हैं, लेकिन लोग पुलिस से शिकायत करने में कतराते हैं. उनका कहना है कि जब भी कोई ऑनलाइन वाला व्यक्ति आपसे पैसे की बात करता है तो सतर्क हो जाएं. आपको यह तुरंत समझ लेनी चाहिए कि यह कोई फंसाने वाली बात है.
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हनी ट्रैप से बचने का सिर्फ एक ही तरीका है कि लोग जागरूक हों. साथ ही किसी अनजान से अपनी व्यकितगत जानकारी किसी भी सूरत में शेयर न करें और ऑनलाइन पैसे मांगने जैसे कोई भी ईमेल मिले तो तुरंत इसकी जानकारी साइबर सेल को दें. पुलिस का कहना है कि यह एक साइबर क्राइम है और ऐसे लोग इस जाल में आसानी से फंस जाते हैं जो इंटरनेट या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन दोस्ती करने की तलाश में होते हैं.