कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण देशव्‍यापी Lockdown को लगे डेढ़ महीने से ज्‍यादा वक्‍त हो गया है. इस कारण दूसरे राज्‍यों में फंसे Labor अपने घरों को लौट रहे हैं. उत्‍तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा जैसे राज्‍यों की सरकारें इन अपने लोगों को वापस बुलाने के लिए Train, Bus सब इंतजाम कर रहे हैं. इसके साथ ही राज्‍य सरकारें Labor को दोबारा काम दिलाने के लिए भी अपने यहां इंतजाम कर रही हैं.

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यूपी और मध्‍य प्रदेश के श्रम कानूनों में ढील देने के बाद अब ओडिशा ने भी काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 करने का फैसला किया है. उसका मकसद कम workforce के कारण प्रोडक्‍शन प्रभावित न होने देना है. Covid 19 के कारण पहले ही फैक्ट्रियां बंद चल रही हैं. इससे न सिर्फ कारोबारी गतिविधियां रुक गई हैं बल्कि सरकार को कोई नई आमदनी भी नहीं हो रही.

न्‍यूज एजेंसी IANS के मुताबिक ओडिशा सरकार ने Trade यूनियनों के कहने पर Factory शुरू करने का फैसला किया है. सूचना सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि अब कोई भी Labor रोजाना 12 घंटे काम कर पाएंगे. उन्‍हें हफ्ते में 72 घंटे काम करने की छूट होगी. हालांकि इस बीच में आधे घंटे का रेस्‍ट मिलेगा. लेकिन काम के कुल घंटे 13 से ज्‍यादा नहीं होंगे.

सिंह के मुताबिक महिला Labor को शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे के बीच काम करने की इजाजत नहीं होगी. 4 घंटे के overtime का पैसा अलग मिलेगा. 

उधर, झारखंड सरकार ने दूसरे प्रदेशों से लौट रहे प्रवासी मजदूरों के कौशल विकास करने की योजना बनाई है. राज्य के श्रम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार की योजना लौटे मजदूरों में से इच्छुक मजदूरों को प्रशिक्षण देकर उनके कौशल विकास की है. उन्होंने कहा कि जो भी मजदूर प्रशिक्षण लेना चाहेंगे, उन्हें झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी के प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा.

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सरकार की योजना 18 से 35 उम्र वर्ग के मजदूरों को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण देने की है. इसके लिए एक हफ्ते से लेकर 3 महीने तक की प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए पूरी तैयारी शुरू कर दी गई है.