Odisha Balasore Train Accident: भारत में लगभग हर साल ही कई रेल हादसे होते हैं, कुछ बड़े, कुछ छोटे. हालांकि, पिछले कुछ सालों में इन हादसों में कमी आई है. लेकिन कुछ हादसे ऐसे होते हैं, जो देखने-सुनने वालों के रोंगटे खड़े कर देते हैं. वहीं हादसे का भोगी बनने वालों की तो जिंदगी पलक झपकते ही बदल जाती है. शुक्रवार को ओडिशा के बालासोर (Odisha Balasore Train Accident) में एक भयावह रेल हादसा हुआ, जो रेलवे के इतिहास के कुछ सबसे खतरनाक रेल हादसों में शामिल हो गया. इस घटना में शाम 7 बजे के आसपास दो पैसेंजर ट्रेनें और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गईं. शनिवार सुबह तक लगभग 238 लोगों की मौत दर्ज की गई, वहीं 900 के आसपास लोग घायल बताए जा रहे थे. रेस्क्यू ऑपरेशन दिन तक जारी था. 

आखिरी बोगी काटने की कोशिश

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ओडिशा के चीफ सेक्रेटरी प्रदीप जेना ने बताया कि ट्रेन की एक आखिरी बोगी बहुत गंभीर रूप से हादसे का शिकार हुई है और इसे काटने की कोशिश चल रही है. इस बोगी की हालत ऐसी है कि अभी इसमें से लोगों को निकाला नहीं जा सका है. घटनास्थल से आई तस्वीरें भयावह हैं. 

ये भी पढ़ें: Coromandel Express Train Accident: ओडिशा रेल हादसे के बाद 43 ट्रेनें रद्द, 38 के रूट बदले गए, एक दिन का राजकीय शोक

पिछले 10 सालों में हुई रेल दुर्घटनाएं-

साल 2012 के बाद ये हादसा हालिया समय के सबसे दुखद रेल हादसों में से एक है. पिछले 10 सालों में देखें तो ऐसा सात रेल हादसे हुए हैं, जिनमें लोगों की जान गई है.

वर्ष 2012 : 22 मई को हुए रेल हादसे में एक मालगाड़ी और हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के करीब टकरा गई थी. ट्रेन के चार डिब्बों के पटरी से उतरने और उनमें से एक में आग लगने के कारण लगभग 25 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 43 घायल हो गये थे.

वर्ष 2014 : 26 मई को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर इलाके में गोरखपुर की ओर जा रही गोरखधाम एक्सप्रेस खलीलाबाद स्टेशन के पास रुकी मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिससे उस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा घायल हो गए थे.

वर्ष 2016 : 20 नवंबर को इंदौर-पटना एक्सप्रेस 19321 कानपुर में पुखरायां के करीब पटरी से उतर गई, जिसमें कम से कम 150 यात्रियों की मौत हो गई थी और 150 से अधिक घायल हो गए थे.

वर्ष 2017 : 23 अगस्त को दिल्ली की ओर आ रही कैफियत एक्सप्रेस के नौ डिब्बे उत्तर प्रदेश के औरैया के पास पटरी से उतर गए, जिससे कम से कम 70 लोग घायल हो गए थे.

वर्ष 2017: 18 अगस्त को पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 60 अन्य घायल हो गए थे.

वर्ष 2022: 13 जनवरी को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के कम से कम 12 डिब्बे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार क्षेत्र में पटरी से उतर गए, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई थी और 36 अन्य घायल हो गए थे.

वर्ष 2023: 2 जून को ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से जुड़े रेल हादसे में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 900 यात्री घायल हो गए.

(भाषा से इनपुट)