महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त ऑफिस के डेटा सेंटर या साइट्स में साइबर हमला हुआ! गृह मंत्रालय की आई सफाई

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Cyber attack news: देश में इन दिनों साइबर हमलों (cyber attack) की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है.खासतौर से एम्स के सर्वर हैकिंग के बाद सरकार सभी संस्थाओं की सुरक्षा को पुख्ता करने में लगी है. न्यूज एजेंसी IANS की खबर के मुताबिक, इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने बताया कि भारत के महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त के ऑफिस के डेटा सेंटर या इसके डिजास्टर रिकवरी साइट्स (cyber attack on govtn websites) में कोई साइबर हमला या डेटा हैकिंग की घटना नहीं पाई गई है.

लोकसभा में दी सरकार ने दी सफाई

खबर के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय (Union Minister of State for Home Nityanand Rai) ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि जनसंख्या के आंकड़ों की सुरक्षा और संरक्षा के लिए मल्टी लेवल सिक्योरिटी सिस्टम अपनाई गई है. आंकड़े इकट्ठा करने वाले डिवाइस पर ट्रांसमिशन के दौरान और सर्वर/स्टोरेज में आंकड़े एन्क्रिप्टेड होते हैं. उन्होनें बताया कि डेटा केंद्रों को सुरक्षित बनाने के लिए राष्ट्रीय विवेचित सूचना अवसंरचना संरक्षण केंद्र (एनसीआई आईपीसी) और भारतीय कंप्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल (सर्ट-इन) की सलाह को लागू किया गया है.

जनगणना 2021 को लेकर क्या कहा

नित्यानंद राय ने बताया कि जनगणना 2021 करवाने की सरकार की मंशा को 28 मार्च, 2019 को भारत के राजपत्र में नोटिफाई किया गया था. कोविड-19 महामारी के फैलाव के चलते, जनगणना 2021 और संबंधित फील्ड गतिविधियों को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है.

राय ने ये भी बताया कि जनगणना 2011 के आंकड़ों के आधार पर भारत और राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के संबंध में वर्ष 2011-2036 के जनसंख्या अनुमान राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित की गई जनसंख्या अनुमानों पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट में उपलब्ध हैं.

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