पीएनबी (PNB) में 11300 करोड़ रुपए का फ्रॉड करने वाले भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी का एक और शिकार सामने आया है. उसने खुद अपनी आपबीती मीडिया को बताई. उस शख्‍स का नाम पॉल अल्फांसो है, जो एक पेमेंट प्रोसेसिंग कंपनी में चीफ एग्जीक्यूटिव अफसर हैं. अल्‍फांसो ने अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज करने के लिए नीरव मोदी से करीब डेढ़ करोड़ रुपए में दो हीरे की अंगूठी खरीदी थीं. लेकिन नीरव ने उसे भी नकली हीरे थमाकर उसे ठग लिया. उसका अपनी मंगेतर से रिश्ता टूट गया.

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जी न्‍यूज की खबर के मुताबिक कनाडा के रहने वाले 36 वर्षीय अल्फांसो इस साल जून में अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज करने वाले थे. इसके लिए उन्होंने नीरव मोदी के पास से 2 लाख डॉलर (करीब डेढ़ करोड़ रुपए) की दो अंगूठी खरीदीं. अल्फांसो ने इन अंगूठियों को गर्लफ्रेंड को गिफ्ट कर दिया था. लेकिन ये खुशियां बस चंद दिनों की मेहमान थीं. जैसे ही उन्हें पता चला कि अंगूठी नकली हैं, वह परेशान हो गए. उनकी गर्लफ्रेंड ने उनसे रिश्ता तोड़ लिया. 

अल्फांसो ने बताया, 'अमेरिका में बेवरली हिल्स में एक कार्यक्रम में 2012 में पहली बार उनकी और नीरव मोदी की मुलाकात हुई. इसके थोड़े दिनों बाद दोनों फिर एक कार्यक्रम में मिले. इसके बाद मेल-जोल बढ़ा. उसी समय नीरव मोदी ने मुझे बताया कि वह दुनिया के अलग-अलग देशों में बुटीक खोलना चाहता है. अल्फांसो ने कहा, नीरव मोदी मुझसे 10 साल बड़ा था. इसलिए वह मुझे एक बड़े भाई की तरह लगा.'

1999 में नीरव ने फायरस्टार डायमंड की स्थापना की थी. पहले वह लूज डायमंड का व्यापार करता था. इसके बाद उसने ज्वेलरी बनाना शुरू कर दिया और उन्हें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बेचने की योजना बनाई. 2010 में उसने ट्रेडिंग शुरू कर दी. इसी क्रम में उसने न्यूयॉर्क, हॉन्गकॉन्ग और मकाऊ में अपनी शॉप खोलीं. इसके बाद ही नीरव मोदी की अल्फांसो से मुलाकात हुई. अल्फांसो ने बताया कि वह बातचीत में उसका व्यवहार काफी दोस्ताना था. हम साथ में खाना खाते थे.

अप्रैल में नीरव मोदी से साधा संपर्क

इस साल अप्रैल में अल्फांसो के मन में अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज करने का विचार आया तो उसने उसे कुछ खास देना चाहा. इसके लिए उसने ईमेल से नीरव मोदी से संपर्क किया. वह इस बात से बिल्कुल अनभिज्ञ था कि नीरव मोदी जनवरी में भारत में 11300 करोड़ का बैंक फ्रॉड कर चुका है. उसने नीरव मोदी को ईमेल लिखा, 'मैं अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज करना चाहता हूं. इसलिए मैं उसके लिए एक रिंग खरीदना चाहता हूं. मैं अभी मार्केट में ही हूं. मेरे पास इसके लिए करीब 1 लाख डॉलर का बजट है. क्या आप मेरे लिए कुछ कर सकते हैं.'

नीरव मोदी ने 1.20 लाख डॉलर में बेची रिंग

इस ईमेल पर नीरव मोदी ने उसी दिन जवाब दे दिया. उसने लिखा, 'मैं तुम्हारे सपने को सच कर खुद को गौरवान्वित महसूस करूंगा. पॉल मेरे पास तुम्हारे लिए एक शानदार रिंग है.' इसके बाद नीरव ने अल्फांसो को 3.2 कैरेट राउंड का शानदार डायमंड सुझाया. उसने कहा, इसकी कीमत 1.20 लाख डॉलर होगी, लेकिन ये हीरा तुम्हें बिल्कुल निराश नहीं करेगा. पॉल अल्फांसो इसके लिए राजी हो गया. नीरव मोदी ने इसके दो हफ्ते का समय मांगा और कहा, जल्द ही मेरी असिस्टेंट आपसे कॉन्टेक्ट करेगी.

80 हजार डॉलर में खरीदी दूसरी अंगूठी

सब कुछ सही चल रहा था. रिंग बन चुकी थी, इसी दौरान अल्फांसो की गर्लफ्रेंड ने एक मैगजीन में एक दूसरी डिजाइन की रिंग देखी. इसके बाद उसने दूसरी रिंग की मांग कर दी. अल्फांसो ने दूसरी रिंग का भी ऑर्डर दे दिया. नीरव ने उसे 2.5 कैरेट ओवल डायमंड की 80 हजार डॉलर की दूसरी रिंग तैयार करके दी. इसी साल की 17 जून को दोनों अंगूठी वैंकुवर में डिलीवर हो गईं. नीरव ने अल्फांसो से कहा, वह इनके सर्टिफिकेट जल्द ही भिजवा देगा. इसके बाद अल्फांसो ने अपनी मंगेतर को प्रपोज कर दिया. लेकिन काफी दिन बीत जाने के बाद भी उसने इनके सर्टिफिकेट नहीं भेजे. अल्फांसो ने उसे कई ईमेल किए, लेकिन नीरव मोदी ने कोई जवाब नहीं दिया.

दोनों अंगूठी की जांच कराई तो उड़े होश...

इसके बाद अल्फांसो की चिंता बढ़ी. अगस्त में जब उसने इनकी जांच कराई तो होश उड़ गए, दोनों हीरे नकली थे. ये जांच मेरी गर्लफ्रेंड ने कराई, जब उसने इस बारे में बताया तो उसे भरोसा ही नहीं हुआ. अल्फांसो ने कहा, मैंने उस पर 2 लाख डॉलर खर्च किए थे. वह नकली नहीं हो सकते थे. इसके बाद अल्फांसो को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब उसने नीरव मोदी के बारे में सर्च किया. तब उसे पता चला कि वह तो भारत में करोड़ों का घोटाला कर भाग चुका है.