Income Tax विभाग इस कंपनी के शेयर बेच कर की टैक्स की वसूली
अंतरराष्ट्रीय आर्बीटेशन ट्रीब्यूनल के नीयमों के तहत आयकर विभाग केयर्न इंडिया से retrospective tax की वसूली के लिए उनके शेयरों को बेचा.
आयकर विभाग ने पिछली तिथि से लगाये गये कर के तहत केयर्न एनर्जी से 10,247 करोड़ रुपये के बकाये के एक हिस्से की वसूली के लिए केयर्न एनर्जी पीएलसी के जब्त करीब करीब सभी शेयरों को बेच दिया है। नियामक को दी गयी जानकारी में यह कहा गया है. इसमें देखने की बात यह है कि आयकर विभाग ने इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता न्यायाधिकरण के फैसला सुनाये जाने के कुछ सप्ताह पहले ही यह कदम उठाया है. आयकर विभाग ने 2014 में केयर्न एनर्जी के खिलाफ 10,247 करोड़ रुपये का कर बकाया होने की बात कही थी। विभाग ने ब्रिटिश कंपनी केयर्न एनर्जी पीएलसी पर एक दशक पहले अपने भारतीय कारोबार के पुनर्गठन से कथित तौर पर हुये लाभ पर ये कर लगाया था. इसके बाद विभाग ने दिग्गज खनन कंपनी वेदांता लिमिटेड में केयर्न एनर्जी के 4.95 प्रतिशत शेयरों की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी थी.
आधा दर्जन विदेशी कंपनियों से वसूला जाना था टैक्स
भारत सरकार की ओर से 2012 के नीयमों के तहत लगभग आधा दर्जन कंपनियों विदेशी कंपनियों से टैक्स की वसूली की जानी थी जिनमें वोडाफोन और केयर्न एनर्जी शामिल थीं. लेकिन केयर्न एनर्जी ही एक ऐसी कंपनी है जिस से टैक्स की वसूली की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. इंतजार किया जा रहा है कि आर्बिटेशन के तहत सरकार के पक्ष में आदेश आते ही केयर्न एनर्जी के शेयरों को बेच कर टैक्स की वूसली कर ली जाएगी.
अंतिम चरण में है मामला
इस मामले में पूछे जाने पर केयर्न इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि यूके बाइलेट्रल इनवेटमेंट ट्रीटी के तहत इंटरनेशनल आर्बिटेशन में यह केस अंतिम चरण में है. मार्च 2015 में केयर्न की ओर से इस विवाद के संबंध में आयकर विभाग की ओर से शेयर अटैच किए जाने के मामले में राहत मे लिए नोटिस दाखिल किया गया था.
वेदांता में थी केयर्न इंडिया की हिस्सेदारी
केयर्न एनर्जी के देश में माइनिंग कंपनी वेदांता में 4.95 फीसदी की हिस्सेदारी है. आयकर विभाग की ओर से केयर्न एजर्नी को लगभग 10247 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाने का नोटिस 2014 में दिया गया जिसके बाद कंपनी की हिस्सेदारी को विभाग ने अटैच कर लिया. ये कंपनी पिछले लगभग एक दशक से भारत में कारोबार कर रही है. वेदांता की ओर से मार्च में स्टॉक एक्सचेंज को फाइल की गई शेयरों की जानकारी में बताया है कि 18.41 करोड़ शेयर आयकर विभाग की ओर से टैक्स रिकवरी के लिए अटैच किए गए हैं. वहीं जून में कंपनी की ओर से फाइल की गई जानकारी में बताया गया कि विभाग ने 11.96 करोड़ आयकर विभाग ने अटैच किए हैं.