6 फुट पानी में फंसी ट्रेन, सैकड़ों यात्रियों की जान पर आफत, 1 दर्जन फ्लाइट कैंसिल
महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन (Mahalaxmi Express Train) में फंसे 1500 यात्रियों को बचाने के लिए इंडियन एयरफोर्स (IAF) के दो हेलीकॉप्टर और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 6 नौकाओं को शनिवार को वांगनी भेजा गया है.
महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन (Mahalaxmi Express Train) में फंसे 1500 यात्रियों को बचाने के लिए इंडियन एयरफोर्स (IAF) के दो हेलीकॉप्टर और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 6 नौकाओं को शनिवार को वांगनी भेजा गया है. अधिकारियों ने कहा कि मुंबई और आसपास के इलाकों में लगातार तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश जारी है.
रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी एके जैन ने बताया कि मुंबई में तेज बारीश के कारण उल्हास नदी में बाढ़ आ गई है. इसी कारण महालक्ष्मी एक्सप्रेस फंसी हुई है. यात्रियों को बाहर निकालने का प्रयास जारी है. एनडीआरफ, रेलवे पुलिस फोर्स और नेवी के जरिये मौके पर बचाव कार्य जारी है. अब तक 300 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. इससे पहले ट्रेन में फंसे यात्रियों को आरपीएफ टीम ने पानी और बिस्कुट दिए. मुंबई में हो रही भारी बारिश के कारण कुल 28 उड़ान प्रभावित हुई हैं. इनमें से 11 फ्लाइट को कैंसल कर दिया गया है.
15 घंटे से फंसे थे ट्रेन में
मुंबई-कोल्हापुर ट्रेन के सैकड़ों घबराए, भूखे-प्यासे यात्रियों ने मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मदद की अपील की थी. उन्होंने कहा कि उनकी ट्रेन के आसपास 5 से 6 फीट तक पानी जमा है, जिसकी वजह से वह पिछले 15 घंटों से फंसे हुए हैं और निकलने का कोई रास्ता नहीं है.
भोजन तक मयस्सर नहीं
यात्रियों ने वीडियो में कहा था कि उनके पास खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं है. ठाणे के संरक्षक मंत्री एकनाथ गायकवाड़ ने कहा कि एनडीआरएफ की छह टीमों के साथ 2 हेलीकॉप्टर राहत और बचाव कार्य करेंगे.
रबर की नौकाएं लेकर पहुंची राहत टीम
मुंबई, पुणे और ठाणे से रवाना हुआ यह दल हवा भरकर संचालित होने वाली रबड़ की नौकाएं लेकर जल्द वहां पहुंच रहा है. शनिवार तड़के से हो रही भारी बारिश के चलते स्थानीय नदियों और अन्य जल निकायों में बाढ़ आ गई है, जिससे बदलापुर, उल्हासनगर और वांगनी के कस्बों में पानी भर गया है.
रेलवे ने किया अलर्ट
इससे पहले मध्य रेलवे (CR) ने बाहर के खतरनाक जलस्तर को देखते हुए महालक्ष्मी एक्सप्रेस के यात्रियों को ट्रेनों से बाहर न निकलने के बाबत चेतावनी दी थी. रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया था कि उन्हें शीघ्र ही मुहैया कराई जाएगी और वे मदद के लिए प्रतीक्षा करें.
37 डॉक्टरों की टीम को तैनात किया गया
इमरजेंसी में एंबुलेंस और 37 डॉक्टरों की टीम को तैनात किया गया है. चिकित्सकों की टीम में गायनोकोलॉजिस्ट भी हैं. यात्रियों के लिए सभी जरूरी इंतजाम जैसे खाना आदि का पूरा इंतजाम किया गया है. आगे किसी भी मूवमेंट के लिए 14 बस और 3 टेंपो मौके पर तैनात हैं. वागनी में फंसी मुंबई-कोल्हापुर महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंसे 2000 यात्रियों में से 851 कोल्हापुर जाने वाले यात्री हैं. सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि ट्रेन में करीब 700 यात्री फंसे हुए हैं.