पहलवानी से की थी करियर की शुरुआत, सत्ता में जेल भी गए, परिवार के कई लोग हैं राजनीति में सक्रिय
82 साल के समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया. उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर अंतिम सांस ली.
Mulayam Singh Yadav passes away: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव अब इस दुनिया में नहीं रहे. वे पिछले कुछ दिनों से के गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें 2 अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले कई दिनों से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. रविवार को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई थी, जिसके बाद उनकी डायलिसिस भी की गई थी. मुलायम की किडनी ने काम करना बंद कर दिया था और तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका.
जानें मुलायम सिंह का राजनीतिक सफरमुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को सैफई भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के इटावा जिले में हुआ था. पांच भाइयों में मुलायम सिंह तीसरे नंबर पर थे. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पहलवानी से की थी. वह पेशे से एक टीचर थे. उन्होंने कुछ समय तक इंटर कॉलेज में पढ़ाया. पिता उन्हें पहलवान बनाना चाहते थे. फिर अपने राजनीतिक गुरु नत्थू सिंह को प्रभावित करने के बाद मुलायम सिंह यादव ने जसवंतनगर विधानसभा सीट से चुनावी अखाड़े से कदम रखा. वह 1982-1985 तक विधान परिषद के सदस्य रहे.
1992 में की समाजवादी पार्टी की स्थापना
मुलायम सिंह यादव ने लोहिया आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इसके बाद चार अक्टूबर 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की. मुलायम सिंह यादव को राजनीति के अखाड़े का पहलवान कहा जाता था. उन्होंने तीन बार राज्य की कमान संभाली. वह देश के रक्षा मंत्री भी बने. उत्तर प्रदेश विधानसभा के वह आठ बार सदस्य रहे. तीन बार बने मुख्यमंत्री 1967 में लोहिया की पार्टी से चुनाव लड़ा और जीत का ताज पहना. लोहिया की मौत के बाद मुलायम ने चौधरी चरण सिंह की पार्टी भारतीय क्रांति दल का दामन थाम लिया. इमरजेंसी में मीसा में गिरफ्तार हुए और जेल गये. 1979 में चौधरी चरण सिंह ने जब लोकदल की स्थापना की तो मुलायम सिंह यादव उस तरफ हो लिये. 1989 का दौर आया तो जनता पार्टी ज्वॉइन कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. मुलायम सिंह यादव पहली बार 5 दिसंबर 1989 से 24 जनवरी 1991 तक, दूसरी बार 5 दिसंबर 1993 से 3 जून 1996 तक और तीसरी बार 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे.महत्वपूर्ण तारीख
जन्म - 22 नवंबर 1939, मृत्यु - 10 अक्टूबर 2022तीन बार मुख्यमंत्री रहे
- पहली बार पांच दिसंबर 1989 से 24 जून 1991 तक
- दूसरी बार पांच दिसंबर 1993 से 3 जून 1995 तक
- तीसरी बार 29 अगस्त 2003 से 13 मई 2007 तक
- एक जून 1996 से 19 मार्च 1998 तक भारत के रक्षा मंत्री रहे
- पहली बार 1967 में विधायक बने
- फिर 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 में विधायक बने
- फिर उपचुनाव में 2004 से 2007 तक विधायक रहे
- लोकसभा सदस्य के रूप में 1996 में मैनपुरी, 1998 में संभल, 1999 में संभल से रहे
- 2004 में मैनपुरी से चुने गए, लेकिन इस्तीफा दे दिया
- फिर 2009 में मैनपुरी, 2014 में आजमगढ़ और 2019 में मैनपुरी से सांसद चुने गए.
- 1992 में सपा का गठन किया और खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बने
- वह जनवरी 2017 तक इस पद पर रहे.
मुलायम सिंह के परिवार के सदस्य राजनीति में सक्रिय
- बड़े बेटे अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, विधायक मैनपुरी के करहल से विधायक और फिलहाल यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं.
- बहू डिंपल यादव कन्नौज से पूर्व सांसद रह चुकी हैं.
- बहू अपर्णा यादव साल 2017 में विधानसभा चुनाव हारीं और फिलहाल बीजेपी में हैं.
- भाई शिवपाल सिंह यादव जसवंतनगर से सपा के विधायक और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष हैं.
- चचेरे भाई रामगोपाल यादव , राज्यसभा सांसद हैं.
- रामगोपाल के बेटे यानी मुलायम के भतीजे अक्षय यादव फिरोजाबाद से पूर्व सांसद रह चुके हैं.
- भतीजे धर्मेंद्र यादव बदायूं से पूर्व सांसद रह चुके हैं.
- अनुराग यादव साल 2017 में सरोजनी नगर से चुनाव हार गए थे.
- मुलायम के पोते तेज प्रताप यादव मैनपुरी से पूर्व सांसद रह चुके हैं.
- भतीजे अभिषेक यादव उर्फ अंशुल यादव फिलहाल इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.