मॉनसून पर अच्छी खबर: वक्त से पहले, सामान्य से ज्यादा- देखिए बारिश का पूरा रूट मैप, कहां कब तक बरसेंगे बदरा
Monsoon 2024 in India: बारिश की शुरुआत दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से होती है. देश में इसकी एंट्री केरल से मानी जाती है. लेकिन, मॉनसून दो तरफ से कवर करता है. अंडमान-निकोबार द्वीप से होते हुए केरल पहुंचता है. वहीं, बंगाल की खाड़ी से उठकर पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ता है.
Monsoon 2024: नॉर्थ इंडिया में झुलसती गर्मी के बीच मॉनसून अच्छी खबर लेकर आया है. देश में मॉनसून (Monsoon 2024) की एंट्री हो गई है. वक्त से पहले मॉनसून केरल (Kerala) पहुंच गया है. गुरुवार 30 मई को मॉनसून ने केरल के कोस्टल एरिया में दस्तक दी. इस वजह से राज्य में बारिश (Rains) की गतिविधियां बढ़ गईं. पिछले दो दशक में लिहाज से सामान्य तौर पर मॉनसून 1 जून को पहुंचता है. लेकिन, इस बार दो दिन पहले 30 मई को ही केरल में मॉनसून पहुंच गया. मौसम विभाग (IMD) ने अपने पूर्वानुमान में ये बात जाहिर की थी कि 30 मई को मॉनसून देश में एंट्री लेगा.
Monsoon 2024: वक्त से पहले, सामान्य से ज्यादा
मॉनसून को लेकर पूर्वानुमान अभी तक सही साबित हुआ है. IMD ने अपने पहले और दूसरे पूर्वानुमान में कहा था कि इस बार मॉनसून तय समय से पहले केरल में दस्तक देगा. 1 जून की तुलना में मॉनसून 30 मई को केरल पहुंचेगा. यानि वक्त से पहले और इस साल सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान है. मतलब LPA (Long Period Average) से 104 फीसदी बारिश होने का अनुमान है. LPA जून से सितंबर महीने के बीच होने वाली बारिश की औसत मात्रा है, जिसकी गणना 50 साल की अवधि के दौरान की जाती है और हर साल मॉनसून के मौसम के लिए बारिश की मात्रा का पूर्वानुमान लगाने के लिए इसे एक बेंचमार्क के रूप में रखा जाता है. IMD के मुताबिक, इस साल अच्छी बारिश होगी.
Monsoon 2024: सबसे पहले कहां पहुंचता है मॉनसून?
बारिश की शुरुआत दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से होती है. देश में इसकी एंट्री केरल से मानी जाती है. लेकिन, मॉनसून दो तरफ से कवर करता है. अंडमान-निकोबार द्वीप से होते हुए केरल पहुंचता है. वहीं, बंगाल की खाड़ी से उठकर पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ता है. केरल में एंट्री के बाद अब मॉनसून की रफ्तार नॉर्थ ईस्ट की तरफ बढ़ गया है. 30 मई की देर शाम तक मॉनसून पूर्वोत्तर के राज्यों में भी अपनी पकड़ मजबूत कर लेगा. यहां पहले से ही प्री-मॉनसून बारिश हो रही है. इसके बाद धीरे-धीरे मॉनसून देश के बाकी हिस्सों की तरफ बढ़ेगा.
Monsoon 2024: तूफान रेमल की वजह से जल्दी आया मॉनसून
मॉनसून की जल्दी एंट्री की वजह चक्रवाती तूफान रेमल को भी माना जा रहा है. मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि 3 दिन पहले ही पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से गुजरा है. वहीं, से मॉनसून को बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने में मदद मिली है. इसके बाद मॉनसून दोनों तरफ तेजी से बढ़ा है. यही वजह है कि पूर्वोत्तर में भी वक्त से पहले मॉनसून की एंट्री हो रही है.
Monsoon 2024: कब-कहां पहुंचेगा मॉनसून?
22 मई- अंडमान निकोबार
26 मई- बंगाल की खाड़ी
30 मई- केरल
1 जून- तमिलनाडु में
5 जून- कर्नाटक
5 जून- आंध्र प्रदेश
5 जून- असम
10 जून- महाराष्ट्र
10 जून- तेलंगाना
10-11 जून- आंध्र प्रदेश
10-11 जून- पश्चिम बंगाल
15 जून- गुजरात
15 जून- मध्य प्रदेश (Outer)
15-17 जून-छत्तीसगढ़
15-17 जून-ओडिशा
15-17 जून-झारखंड
15-17 जून-बिहार
20 जून- गुजरात (Outer)
20 जून- मध्य प्रदेश (Inner)
20 जून- पूर्वी उत्तर प्रदेश
25 जून- गुजरात (Inner)
25-27 जून- राजस्थान
25-27 जून- उत्तर प्रदेश
27 जून- उत्तराखंड
25-27 जून-हिमाचल प्रदेश
27 जून- कश्मीर
27-28 जून- दिल्ली
30 जून- राजस्थान (कुछ हिस्सों में)
30 जून- हरियाणा
30 जून- पंजाब
5 जुलाई- राजस्थान (बाकी हिस्सों में)
Monsoon 2024: वक्त से पहले मॉनसून पहुंचने से क्या फायदा?
मौसम विभाग (Indian Meteorological department) के मुताबिक, अल-नीनो का असर कम हो चुका है. मॉनसून (Monsoon 2024) के वक्त से पहले आने और ज्यादा बारिश की संभावना के पीछे देश में अल नीनो (al-nino) प्रणाली का कमजोर होना ही है. वहीं, ला नीना (La-lina) की स्थितियां सक्रिय हो चुकी है, जो अच्छी बारिश के लिए अनुकूल स्थितियां बना रही हैं. इसके साथ ही IOD स्थितियां भी इस साल अच्छे मॉनसून के लिए अनुकूल हैं.