स्वास्थ्य विभाग से जुड़े आशा कर्मचारियों को मोदी सरकार ने दिवाली का गिफ्ट देते हुए उनके विजिट चार्ज में 50 रुपये का इजाफा किया है. मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) ने बुधवार को फैसला लिया कि अब आशा कर्मचारियों को प्रति विजिट का 250 रुपये के स्थान पर 300 रुपये दिए जाएंगे. आशा कर्मचारी घर-घर जाकर बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच करती हैं और उन्हें पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की सलाह देती हैं. साथ ही जरूरत पड़ने पर मां-बच्चे को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में मदद करती हैं.  

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विजिट चार्ज में बढ़ोतरी इसी महीने अक्टूबर से लागू होगी. समिति ने बताया कि आशा कर्मचारी एक महीने में 20 विजिट करती हैं. अभी तक उन्हें एक महीने में 5000 रुपये मिलते थे. केंद्र के इस फैसले के बाद उनका मानदेय 6000 रुपये हो जाएगा. सरकार के इस फैसले से 40 हजार से अधिक आशा कर्मचारियों को फायदा होगा.  

पिछले दिनों केंद्र सरकार ने आशा कर्मचारियों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़ने का भी फैसला किया था. सरकार ने 10 लाख, 63 हजार, 670 आशा तथा आशा सुपरवाइजर को इन योजनाओं से जोड़ा था. 

'आशा' और 'आंगनवाड़ी' कार्यकर्ताओं का बढ़ा मानदेय

सितंबर के महीने में केंद्र सरकार की तरफ से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलने वाले मनदेय को बढ़ाने का फैसला किया गया था. जिन्हें 3000 रुपये का मानदेय मिलता था, उन्हें 4500 रुपये देने का फैसला किया गया था. प्रधानमंत्री ने बताया था कि जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 2250 रुपये था, उन्हें अब 3500 रुपये मिलेगा. आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 1500 रुपये के स्थान पर 2200 रुपये मिलेंगे.