Mocha Cyclone: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती सिस्टम के 9 मई तक तेज होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है. इस चक्रवाती तूफान को लेकर मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) का कहना है कि इसका तमिलनाडु पर कोई असर नहीं पड़ेगा. यहां क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने रविवार को यह जानकारी दी. आरएमसी के मुताबिक, 'मोचा' नाम के चक्रवाती तूफान का तमिलनाडु पर कम असर होगा, क्योंकि यह उत्तर दिशा की ओर बढ़ेगा.
अंडमान सागर के ऊपर दबाव
इस तूफान के 9 मई के आसपास बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक दबाव के रूप में तेज होने की संभावना है.इसके बाद बंगाल की मध्य खाड़ी और उससे सटे उत्तर अंडमान सागर की ओर लगभग उत्तर की ओर बढ़ते हुए एक चक्रवाती तूफान तेज होने की संभावना है. चक्रवाती तूफान का तमिलनाडु पर कोई असर नहीं होगा, इसलिए राज्य के आंतरिक और तटीय जिलों में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की उम्मीद है. आरएमसी के अधिकारियों ने बताया कि 'मोचा' प्रारंभिक चरण में है और चक्रवात के अन्य मापदंडों को एक मजबूत चक्रवात में विकसित होने के बाद ही सार्वजनिक किया जाएगा.
तीन दिनों के लिए बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग का कहना है कि इसी सप्ताह यह तूफान पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तट (Coast of West Bengal and Odisha) से टकराएगा. मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर (Andaman Sea) से जुड़े क्षेत्र में हवा की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा की हो सकती है. मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में अगले तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट (heavy rain alert) भी जारी किया है.
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने को कहा गया
ओडिशा और पश्चिमी बंगाल के सभी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. इसके अलावा मछुआरों को गहरे समंदर में जाने से मना किया गया है, इसके साथ ही 8 से 11 मई के दौरान वे समुद्र में जाने से भी मना किया गया है.