Meri Mati Mera Desh: वीर सेनानियों के सम्मान में 9 अगस्त से शुरू होगा ये प्रोग्राम, जानें आप कैसे बन सकते हैं इसका हिस्सा
'मेरी माटी मेरा देश' (Meri Mati Mera Desh). इस अभियान का उद्देश्य उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया.
आजादी के अमृत महोत्सव को यादगार बनाने के लिए 9 अगस्त से एक और अभियान की शुरुआत की जाएगी. इस कैंपेन का नाम है 'मेरी माटी मेरा देश' (Meri Mati Mera Desh). इस अभियान का उद्देश्य उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया. इसके तहत वीर सेनानियों की याद में देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायतों में वीर सेनानियों की याद में एक स्मारक का निर्माण होगा, जिसे 'शिलाफलकम्' नाम दिया गया है. इस पर उस क्षेत्र के सभी सेनानियों के नाम दर्ज किए जाएंगे.
9-30 अगस्त तक चलेगा अभियान
'मेरी माटी मेरा देश' अभियान 9 अगस्त को शुरू होगा, जिसके तहत 15 अगस्त 2023, स्वतंत्रता दिवस तक निर्धारित कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे. इसके बाद के कार्यक्रम 16 अगस्त 2023 से ब्लॉक, नगर पालिका/निगम और राज्य स्तर पर होंगे. समापन समारोह कर्तव्य पथ, नई दिल्ली में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 30 अगस्त 2023 को निर्धारित है. इस अभियान के तहत प्रत्येक गांव की मिट्टी को एक नमूने के तौर पर जुटाकर अमृत कलश यात्रा के रूप में दिल्ली लाया जाएगा.
आजादी का अमृत महोत्सव का समापन कार्यक्रम
इस बारे में सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव, संस्कृति सचिव और युवा कार्यक्रम सचिव ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मेरी माटी मेरा देश आजादी का अमृत महोत्सव का समापन कार्यक्रम होगा, जिसके तहत भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का उत्सव मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल आयोजित राष्ट्रव्यापी अभियान, हर घर तिरंगा बेहद सफल रहा था और इस साल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम 'मेरी माटी मेरा देश' शुरू किया जा रहा है.
ऐसे बनें अभियान का हिस्सा
आजादी के इस कार्यक्रम के तहत सामूहिक भागीदारी (जन भागीदारी) को प्रोत्साहित करने के लिए, एक वेबसाइट https://merimaatimeradesh.gov.in/ लॉन्च की गई है, जहां लोग मिट्टी या मिट्टी का दीपक हाथ में लेकर अपनी सेल्फी अपलोड कर सकते हैं. ऐसा करके, वे भारत को एक विकसित देश बनाने, गुलामी की मानसिकता को खत्म करने, हमारी समृद्ध विरासत पर गर्व करने, एकता और एकजुटता बनाए रखने, नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करने और राष्ट्र की रक्षा करने वालों का सम्मान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए पंच प्राण की प्रतिज्ञा ले सकते हैं.
रिपोर्ट- पीबीएनएस
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