Mendus cyclone: चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में जमकर तबाही मचाई है. इस तूफान में कई लोगों की मौत हो गई. वहीं हजारों लोगों को घर छोड़कर शेल्टर होम में जाना पड़ा. तूफान की वजह से हुई बारिश ने लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया. चेन्नई और तमिलनाडु के कई अन्य हिस्सों में भी सोमवार को भारी बारिश हुई. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 13 दिसंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती तूफान और कम दबाव के क्षेत्र के बनने की संभावना के कारण 15 दिसंबर तक और बारिश की भविष्यवाणी की है.

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तूफान की वजह से स्कूल-कॉलेज बंद आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान के प्रभाव के कारण 13 दिसंबर को आसपास क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की आशंका है, जिसके बाद में भारतीय तट से दूर पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने के आसार हैं. मौसम विभाग ने कहा कि आज तमिलनाडु में और केरल और माहे में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. तूफान को देखते हुए स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश जारी किया गया है.

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अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट तमिलनाडु (Tamilnadu) में चक्रवात मंडूस (Cyclone Mandous) के कहर के कुछ दिनों बाद भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार से मंगलवार (13 दिसंबर) तक दक्षिण अंडमान सागर (South Andaman Sea) में एक ऐसे ही तूफान की आशंका जताई है. इस तूफान से अंडमान और निकोबार (Andaman and Nicobar) में 14-15 दिसंबर को भारी बारिश की संभावना भी बनी हुई है. सोमवार और मंगलवार को 35-45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक हवा चलने की संभावना है. मछुआरे को तट के किनारे जाने से किया मना भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने तूफान को देखते हुए मछुआरों को सलाह दी है कि वे 12 और 13 दिसंबर को दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य अरब सागर और केरल-कर्नाटक तट के आसपास ना जाएं. 9 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात चक्रवात मंडूस (Cyclone Mandous) ने चेन्नई से 30 किलोमीटर दूर मामल्लापुरम में दस्तक दी थी.