मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने आज सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही किसानों के कर्ज माफी की फाइल मंगवाई और उस पर अपने हस्ताक्षर कर दिए. कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों के कर्ज माफी का मुद्दा जोरशोर से उठाया था.

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आज भोपाल के जम्बूरी मैदान में कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ सीधे सचिवालय पहुंचे, जहां उन्होंने कई फाइलों पर दस्तखत किए. 

कृषि विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजौरा के हस्ताक्षर से सोमवार को जारी आदेश में कहा गया है कि 'राज्य में स्थित राष्ट्रीयकृत तथा सहकारी बैंकों में अल्पकालीन फसल ऋण के रूप में शासन द्वारा पात्र किसानों के दो लाख रुपये की सीमा तक का 31 मार्च, 2018 की स्थिति में बकाया फसल ऋण को माफ किया जाता है.'

कांग्रेस ने चुनाव से पहले अपने घोषणा पत्र में किसानों की कर्जमाफी सत्ता में आने के 10 दिनों के भीतर करने का भरोसा दिलाया गया था. कमलनाथ के शपथ लेते ही पहला जो सबसे बड़ा फैसला सामने आया है, वह किसानों की कर्जमाफी का ही है.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसान कर्ज में जन्म लेता है, कर्ज में मरता है. उन्होंने दावा किया कि उनके शासनकाल में चीजें बदलेंगी. उनकी पार्टी घोषणापत्र में लिखे गए वादों को पूरा करेगी. गोशाला पर किए गए वादे को भी वे पूरा करेंगे.