केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में निधन हो गया. जानकारी के मुताबिक ग्वालियर राज घराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया की स्थिति पिछले दो सप्‍ताह से काफी क्रिटिकल थी. उनका एम्‍स में इलाज चल रहा था और वो वेंटिलेटर पर थीं. आज सुबह 9.28 बजे उन्होंने अस्पताल में आखिरी सांस ली.

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जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों तीसरे चरण की वोटिंग ठीक पहले उनकी तबियत ज्‍यादा खराब हो गई थी. इसके बाद  सिंधिया परिवार की राजमाता को दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था. बीते दिनों उनकी सेहत काफी ज्‍यादा क्रिटिकल हो गई, इसके कारण गुना संसदीय क्षेत्र बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीच-बीच में चुनाव प्रचार छोड़कर दिल्‍ली जाना पड़ा था. बताया जा रहा है कि वो निमोनिया और सेप्सिस से जूझ रही थीं. आज बुधवार की सुबह उन्‍होंने अंतिम सांस ली. निधन के बाद माधवी राजे के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए मध्य प्रदेश के ग्वालियर लाया जाएगा. 

नेपाल के राजघराने से रखती थीं ताल्‍लुक

राजमाता माधवी राजे नेपाल के राजघराने से ताल्‍लुक रखती थीं. उनके दादा जुद्ध शमशेर बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री थे. वे राणा वंश के मुखिया भी रहे थे. साल 1966 में माधवराव सिंधिया के साथ उनका विवाह हुआ था. कहा जाता है कि माधव राव सिंधिया और उनकी माता विजयाराजे सिंधिया के बीच कई सालों तक संबंध ठीक नहीं थे, ऐसे में माधवी राजे उनके बीच एक ब्रिज का काम करती थीं. माधवराव सिंधिया से चाहे उनकी मां कितनी ही नाराज हों, लेकिन इसका असर कभी सास और बहू के रिश्‍ते पर नहीं पड़ा.

सीएम मोहन यादव ने जताया दुख

मध्‍य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने ग्‍वालियर की राजमाता के निधन पर दुख जताया है. उन्‍होंने लिखा- 'भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री माननीय श्री जी श्रीमती माधवी राजे सिंधिया जी के निधन का हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ. मां जीवन का आधार होती हैं, इनका जाना जीवन की अपूरणीय क्षति है. बाबा महाकाल से दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं. ॐ शांति'