पहली झलक- भगवान राम की अयोध्या में 221 मीटर ऊंची मूर्ति, BJP प्रवक्ता ने कहा- पैसे की कमी नहीं होगी
गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के उद्घाटन के बाद उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार भी एक्शन में आ गई है और राज्य सरकार जल्द से जल्द अयोध्या में भगवान राम की विशाल मूर्ति की स्थापना का काम पूरा करना चाहती है.
गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के उद्घाटन के बाद उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार भी एक्शन में आ गई है और राज्य सरकार जल्द से जल्द अयोध्या में भगवान राम की विशाल मूर्ति की स्थापना का काम पूरा करना चाहती है. इसके लिए पांच आर्किटेक्ट फर्मों ने योगी आदित्यनाथ के सामने प्रजेंटेशन दिया. इस योजना के तहत भगवान राम की 151 मीटर ऊंची मूर्ति की स्थापना की जानी है.
अनुमान जताया जा रहा है कि अयोध्या में प्रस्तावित भगवान राम की मूर्ति 2022-23 तक तैयार हो जाएगी. उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता चंद्रमोहन ने बताया, 'इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य अयोध्या को आध्यात्मिक एवं धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनाना है. ये बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है और इसलिए सरकार टाइमलाइन को लेकर किसी जल्दबाजी में नहीं है. ' भगवान राम की मूर्ति की ऊंचाई के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, 'इस प्रोजेक्ट में फोकस ऊंचाई पर नहीं, बल्कि भव्यता पर है. उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश अयोध्या की भव्यता और गरिमा को बहाल करने पर है, ताकि लोग राम राज्य की कल्पना को साकार होते देखें.'
'पैसे की कमी नहीं होगी'
उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए दो कंपनियां के नाम पर विचार चल रहा है, हालांकि सबकुछ अभी शुरुआती अवस्था में है. प्रोजेक्ट की लगात और इसकी फंडिंग के इंतजाम बारे में पूछने पर उन्होंने कहा 'मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि भगवान राम के काम के लिए पैसे की कमी नहीं होगी.'
मूर्ति के ऊपर 20 मीटर ऊंचा छत्र तथा नीचे 50 मीटर का बेस होगा. इस तरह अयोध्या में प्रस्तावित मूर्ति की कुल ऊंचाई 221 मीटर होगी. यदि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से तुलना करें तो भगवान राम की मूर्ति सरकार पटेल की मूर्ति की तुलना में छोटी होगी. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का आधार 58 मीटर ऊंचा एवं मूर्ति 182 मीटर ऊंची है. इस तरह स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की कुल ऊंचाई 240 मीटर है.
उन्होंने बताया कि 50 मीटर ऊंचे बेस के अंदर ही अत्याधुनिक म्यूजियम बनाना जाएगा, जहां अयोध्या का इतिहास, राजा मनु से लेकर वर्तमान श्री राम जन्म भूमि तक इक्ष्वाकु वंश का इतिहास, भगवान विष्णु के सभी अवतारों का विवरण के साथ ही सनातम धर्म के सभी मतों-संप्रदायों के बारे में जानकारी होगी. उन्होंने बताया कि ये मूर्ति कहां बनाई जाएगी, इस बारे में अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, और भूमि के चुनाव के लिए स्वायल टेस्टिंग एवं विंड टनेल टेस्टिंग का काम चल रहा है.