देश में वन नेशन वन राशन कार्ड (One nation one ration card) योजना अगले साल 1 जून से शुरू होगी. लेकिन 31 दिसंबर, 2019 तक राशन कार्ड को आधार से लिंक कराना जरूरी है. ऐसा न होने पर राशन कार्ड ग्राहक को बड़ी दिक्‍कत हो सकती है. राशन कार्ड का आधार से लिंक किए जाने के बाद ग्राहक देशभर में कहीं भी किसी भी राशन की दुकान से अपने हिस्से का राशन का सामान ले सकते हैं.

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ग्राहकों की ताकत बढ़ाएगी

वन नेशन वन राशन कार्ड योजना से ग्राहकों को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे कोटेदार (Ration Shopkeeper) अपनी मनमानी नहीं चला पाएगा. राशन कार्ड ग्राहक किसी भी कोटेदार के पास से राशन खरीद सकेगा. फूड मिनिस्‍टर राम विलास पासवान की मानें तो वन नेशन वन राशन कार्ड से कोटेदार की मनमानी पर लगाम लगेगी. इससे कोटेदार के लिए ग्राहक संतुष्टि (Customer Satisfaction) को बढ़ावा देना जरूरी हो जाएगा.

ग्राहकों का फायदा

आम तौर पर दुकानदार ग्राहक को भगवान मानते हैं, लेकिन सरकारी राशन के दुकानदार ग्राहकों के साथ अच्‍छा बर्ताव नहीं करते हैं. लेकिन वन नेशन वन राशन कार्ड योजना लागू होने पर PDS (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) ग्राहकों की संतुष्टि सरकारी राशन के दुकानदारों की मजबूरी बन जाएगी. यानि अगर कोई कोटेदार व्यवहार कुशल नहीं होगा तो PDS लाभार्थी उसके पास न जाकर दूसरे कोटेदार के पास चला जाएगा. ऐसे में लाभार्थियों को खुश रखना और उनकी संतुष्टि का खयाल रखना कोटेदार के लिए जरूरी होगा.

अच्‍छा बर्ताव बढ़ाएगा दुकानदारी

PDS से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि राशन की दुकान से सस्ता अनाज पाना राशनकार्ड ग्राहक का हक है और उन्हें यह सुविधा प्रदान करना कोटेदार की जिम्मेदारी है. हालांकि इसमें ऐसा भी हो सकता है कि जो कोटेदार अधिक व्यवहारकुशल होंगे, उनके पास अधिक संख्या में पीडीएस ग्राहक राशन का सामान लेने पहुंचेंगे.

2020 से लागू होगी योजना

पासवान ने 1 जून, 2020 से पूरे भारत में 'वन नेशन वन कार्ड' लागू करने की समयसीमा तय की है, जिसके बाद कोई भी राशन कार्डधारक देश में कहीं भी राशन की दुकान से अपने हिस्से का अनाज सस्ते दाम पर खरीद सकता है. देश के करीब 14-15 राज्यों में विभिन्न जगहों पर इसे अमल में लाया जा चुका है.

जानकारी ऑनलाइन हुई

PDS को कंप्यूटराइज करने के बाद सभी कार्डधारकों की जानकारी ऑनलाइन हो गई है और लाभार्थियों को राशन का सामान बांटने के लिए POS (पॉइंट ऑफ सेल) का इस्तेमाल किया जाने लगा है.

आधार से जुड़ा सिस्‍टम

देश के विभिन्न राज्यों में जहां राशन कार्ड के साथ-साथ ग्राहक के आधार का विवरण ऑनलाइन किया जा चुका है, वहां POS के जरिए राशन बांटा जाने लगा है और अगले साल 1 जून से पूरे देश में इस प्रणाली को अपनाए जाने के साथ 'वन नेशन वन कार्ड' लागू हो जाएगा.