किसानों को मिलेगी वैज्ञानिक मदद, हापुड़ में खुलेगा कृषि विज्ञान केंद्र
किसानों को खेती की वैज्ञानिक जानकारी मुहैया कराने तथा नई-नई तकनीकों से अवगत कराने के मकसद से हापुड़ में कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना की जा रही है.
किसानों को खेती की वैज्ञानिक जानकारी मुहैया कराने तथा नई-नई तकनीकों और खोजों से अवगत कराने के मकसद से हापुड़ में कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना की जा रही है. हापुड़ से सांसद राजेन्द्र अग्रवाल और विधायक विजयपाल आढ़ती ने संयुक्त रूप से बाबूगढ़ में कृषि विज्ञान केंद्र का शिलान्यास किया.
इस अवसर पर सांसद ने कहा कि हापुड़ जनपद के कृषि विज्ञान केंद्र के शिलान्यास होने से किसानों को बहुत लाभ होगा. पूर्व की प्रदेश सरकार द्वारा जमीन चयन में की गई लापरवाही से कृषि विज्ञान केंद्र के शिलान्यास में देरी हुई. प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद कृषि विज्ञान केंद्र के लिए जमीन का चयन हुआ.
उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार घोषणाओं के साथ-साथ उस पर अमल भी करती है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की विशेषता यह है कि जब वह किसी विषय को लेते हैं तो पूरी समग्रता के साथ उसकी चिंता करते हैं. किसानों की आय दोगुनी करने के लिए भी कृषि विज्ञान केंद्र सहायक सिद्ध होगा.
उन्होंने कहा कि किसानों के खूब मेहनत करने के बावजूद हम साल 1965 के आसपास अपनी जरूरत का भी अनाज पैदा नहीं कर पाते थे लेकिन कृषि के साथ विज्ञान के जुड़ने के कारण आज आबादी के बढ़ने के बावजूद जरूरत से ज्यादा खाद्यान्न पैदा कर पाना संभव है.
यह केवीके मेरठ स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय से संचालित होगा. अभी तक हापुड़ के किसानों को मुरादनगर स्थित गाजियाबाद कृषि विज्ञान केंद्र से मदद लेनी पड़ती थी, लेकिन अब हापुड़ में ही केवीके की स्थापना होने से किसानों को बहुत सहूलियत होगी.