जम्मू कश्मीर: डोडा के कई मकानों में आई दरारें, 100 से भी ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर किया गया शिफ्ट
जम्मू-कश्मीर के डोडा (Doda) जिले के नई बस्ती गांव के कई घरों में दरारें आने के बाद लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है. बताते चलें कि डोडा में उत्तराखंड के जोशीमठ जैसी भू-धंसाव की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) की एक टीम ने शनिवार को डोडा जिले के नई गांव का दौरा किया.
जम्मू-कश्मीर के डोडा (Doda) जिले से जोशीमठ जैसी तस्वीरें सामने आ रही हैं. डोडा के नई बस्ती गांव के कई घरों में दरारें आने के बाद लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है. बताते चलें कि डोडा में उत्तराखंड के जोशीमठ जैसी भू-धंसाव की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) की एक टीम ने शनिवार को डोडा जिले के नई गांव का दौरा किया. जीएसआई के विशेषज्ञ डोडा जिले के करीब दो दर्जन पक्के मकानों में आई दरारों की वजहों का पता लगाने के लिए नई बस्ती गांव पहुंची थी.
दरारों का पता लगाने के बाद जल्द ही रिपोर्ट देगी जीएसआई
डोडा के डिप्टी कमिश्नर विशेष पॉल महाजन ने कहा कि जीएसआई के अधिकारियों ने ठठरी तहसील में प्रभावित नई बस्ती गांव का दौरा किया और 19 रिहायशी घरों, एक मस्जिद और लड़कियों के एक धार्मिक स्कूल में दरार की वजहों का पता लगाया. महाजन ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अब्दुल कयूम समेत अन्य बड़े अधिकारियों के साथ प्रभावित परिवारों के साथ मुलाकात भी की. अधिकारियों ने बताया कि जीएसआई की टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी.
19 परिवारों के 100 से भी ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
बताते चलें कि नई बस्ती गांव के मकानों में दरारे आने के बाद प्रशासन ने 19 परिवारों के 100 से भी ज्यादा सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है. शुक्रवार को गांव के तीन मकान ढह गए थे. डोडा के डिप्टी कमिश्नर विशेष पॉल महाजन ने प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया और कहा कि उनके लिए सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ एक राहत शिविर लगाया गया है. ठठरी के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट अतहर अमीन जरगर ने कहा कि प्रशासन स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी और एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं.