देश में जैविक खेती (Organic farming) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने एक पोर्टल तैयार किया है, जहां जैविक खेती के बारे में सभी जरूरी जानकारी, जैविक खेती के लिए जरूरी सभी सामान के साथ ही उपज के खरीदार भी मिलेंगे. आमतौर पर जैविक खेती करने वाले किसानों की शिकायत रही है कि उन्हें खरीदार नहीं मिलते हैं, ऐसे में http://www.jaivikkheti.in/ नाम से शुरू किया गया ये पोर्टल उनकी समस्याओं को काफी हद तक दूर करने में जरूर सफल होगा.

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इस पोर्टल के जरिए किसानों को परंपरागत कृषि के तरीकों के साथ ही जैविक खेती के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया जा रहा है. किसान इस पोर्टल के जरिए ही उचित मूल्य पर अपनी फसल बेच सकते हैं. इसके लिए उन्हें पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना होगा. इसी तरह खरीदार भी यहां पंजीकरण करा सकते हैं. पोर्टल पर इसके लिए E-Bazaar नाम से एक ई-कॉमर्स साइट भी बनाई गई है. इसके जरिए किसान अपने उत्पाद सीधे ग्राहकों को बेच सकते हैं.

इस पोर्टल पर तीन तरह से पंजीकरण कराया जा सकता है. व्यक्तिगत रूप से किसान पंजीकरण करा सकते हैं. स्थानीय समूह के रूप में पंजीकरण कराया जा सकता है और इनपुट सप्लायर के रूप में पंजीकरण कराया जा सकता है. इस पोर्टल पर उड़ीसा, झारखंड और छत्तीसगढ़ से किसानों ने सबसे अधिक पंजीकरण कराया है.

जीरो बजट खेती

आजकल जीरो बजट खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. खासतौर से दक्षिण भारत में कृषि कोऑपरेटिव संस्थान इसके बेहद सफल प्रयोग कर रहे हैं. जीरो बजट खेती के तहत खेती के लिए जरूरी बीज, खाद-पानी आदि का इंतजाम प्राकृतिक रूप से ही किया जाता है. इसके लिए मेहनत जरूर अधिक लगती है, लेकिन खेती की लागत बहुत कम आती है और कीमत अधिक मिलती है.