अभी हाल ही में अमेरिका की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी वॉलमार्ट और भारत की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में एक बड़ी डील हुई थी. वॉलमार्ट इंक ने जानकारी दी है कि उसने फ्लिपकार्ट में 77 फीसद हिस्सेदारी 16 बिलियन डॉलर में खरीद ली है. इस डील के बाद वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट में सबसे बड़ा हिस्सेदार हो गई है. 

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इस डील के बाद ई-कॉमर्स कंपनियों में प्राइज वार छिड़ा. हालांकि इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को हुआ, लेकिन इस प्राइज वार में कंपनियों ने अपनी सेल को कई गुना बढ़ाया और उन्होंने भी जमकर मुनाफा कमाया.

वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट डील से कितना हुआ मुनाफा

अब The Times of India की रिपोर्ट के मुताबिक, आयकर विभाग ने फ्लिपकार्ट के संस्थापक बिन्नी बंसल और सचिन बंसल को नोटिस जारी किया है. आयकर विभाग ने इनसे अपनी आमदनी का खुलासा करने को कहा है. आईटी विभाग ने पूछा है कि वॉलमार्ट को हिस्सेदारी बेचने पर उनकी कुल कितनी आमदनी हुई है और पूंजी में कितना इजाफा हुआ है, इन सभी बातों को खुलासा किया जाए. 

वॉलमार्ट को भी भेजा नोटिस

टाइम्स ऑफ इंडिया कहता है कि आयकर विभाग ने बिन्नी और सचिन के अलावा कंपनी के 35 अन्य स्टेक होल्डर को भी इसी तरह के नोटिस जारी किए हैं. बताया जा रहा है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने वॉलमार्ट को भी एक नोटिस भेजा है, जिसमें पूछा गया है कि फ्लिपकार्ट के 46 अन्य स्टेक होल्डर्स को इस डील में कितना मुनाफा हुआ था. 

वॉलमार्ट ने 7,439 करोड़ जमा किए

जानकार बताते हैं कि आयकर विभाग ने बंसल ब्रदर्स से इस डील में प्राप्त किए पूरे भुगतान का विवरण पूछा है. और पूछा गया है कि इस डील से होने वाली आमदनी से उन्होंने कितने टैक्स का भुगतान किया है. बताया जा रहा है कि आयकर विभाग ने बंसल ब्रदर्स को बीते 18 अक्टूबर को नोटिस जारी किया था. इस नोटिस के बाद फ्लिपकार्ट ने जितने भी स्टेक होल्डर्स हैं वे आयकर विभाग में हाजिरी लगाकर अपना जवाब दे रहे हैं. बताया तो यह भी जा रहा है कि नोटिस के बाद वॉलमार्ट ने आयकर विभाग को 7,439 करोड़ रुपये का भुगतान बतौर टैक्स भी किया है.