Benefits of exercise: शराब पीकर गाड़ी चलाना, सिगरेट पीना या ओवरस्पीडिंग करना जानलेवा हो सकता है ये तो आप सब जानते हैं, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि दिन भर न हिलना-डुलना, बेड पर पड़े रहना..किसी भी तरह की एक्सरसाइज न करना भी इतना ही खतरनाक हो सकता है. अगर आप दिन भर में किसी तरह की कोई कसरत नहीं करते, चलते फिरते भी नहीं तो आपकी असमय मौत का खतरा ऐसे व्यक्ति के मुकाबले 500 गुना ज्यादा है, जो एक्सरसाइज करता है.

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ये रिसर्च लैंसेट जर्नल में छपी है. इस रिसर्च के मुताबिक स्मोकिंग करने वाला व्यक्ति या डायबिटीज का मरीज भी अगर एक्सरसाइज कर रहा है तो उसका ये रिस्क कम हो सकता है. दूसरी तरफ अगर आपको कोई बीमारी नहीं है...लेकिन आप आलसी हैं और अपनी सेहत के लिए कुछ नहीं करते तो आप खुद बीमारियों को दावत दे देते हैं.  

एक्सरसाइज न करने के नुकसान 

लैंसेट में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक, अगर आप आलसी हैं और कसरत नहीं कर रहे हैं तो आपको अच्छी नींद नहीं आएगी, और अगर आप चैन की नींद नहीं सो पाते तो आप मोटापे के शिकार हो सकते हैं. इसके अलावा आपकी इम्युनिटी कमजोर हो सकती है और आपको मूड डिसऑर्डर हो सकता है. एक्सरसाइज न करने से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. व्यायाम से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और दिल तक खून पंप करने का काम आसान हो जाता है. अगर आप एक्सरसाइज नहीं करते तो दिल को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है.  

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कई बीमारियों का भी खतरा

वहीं आपको बता दें कि एक्सरसाइज न करने वालों को हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है. कसरत न्यूरो प्लास्टिसिटी को बढ़ाता है, जिससे याददाश्त मजबूत होती है. लेकिन एक्सरसाइज न करने वाले लोगों के ब्रेन में नए न्यूरॉन्स जल्द डेवलप नहीं होते. वहीं जर्नल द लैंसेट की रिसर्च में ये भी पाया गया कि  

व्यायाम करने वाले लोगों में कोलन कैंसर यानी आंतों के कैंसर का खतरा अनफिट लोगों के मुकाबले 20 प्रतिशत कम देखा गया है.  

सिर्फ एक्सरसाइज न करने के कारण दिल की बीमारियों में 6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. डायबिटीज के 7 प्रतिशत मामले कसरत न करने की वजह से बढ़े हैं और आंतों के कैंसर के 10 प्रतिशत मामले बढ़े हैं.  

सबस्क्रिप्शन लेते पर नहीं जाते जिम 

Database कंपनी Statista के सर्वे के मुताबिक, 76 प्रतिशत भारतीय ऐसे हैं जो जिम का सालाना सबस्क्रिप्शन (Annual Subscription) तो लेते हैं लेकिन जिम नहीं जाते. सबस्क्रिप्शन लेने वाले सिर्फ 24 प्रतिशत भारतीय ही जिम जाते हैं और एक्सरसाइज करते हैं. हालांकि इतने खराब नंबर के बाद भी भारतीय दुनिया के कई देशों से बेहतर हैं. साउथ अफ्रीका के 20 प्रतिशत, चीन के 19 प्रतिशत और अमेरिका के सिर्फ 13 प्रतिशत लोग ही जिम जाते हैं. सबसे खराब हाल फ्रांस का है जहां केवल 4 प्रतिशत लोग ही जिम में दी गई फीस का कुछ फायदा उठाते हैं.  

ऐसे लोगों ने सर्वे में जिम न जा पाने के जो कारण गिनाए– उनमें सबसे पहला कारण है वक्त की कमी. 40 प्रतिशत लोगों के मुताबिक उन्हें वक्त नहीं मिलता. कुछ लोगों ने ये भी कहा कि जिम में जाने के लिए उनमें आत्मविश्वास की कमी महसूस होती है.  

हम आपसे ये नहीं कह रहे कि फिट रहने के लिए जिम में पैसा बहाना जरुरी है. लेकिन हम आपसे ये जरुर कहेंगे कि फिट रहने के लिए पसीना जरुर बहाना पड़ता है. आलस को छोड़ना पड़ता है और मेहनत करनी पड़ती है.  

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक अगर आप हफ्ते में 5 दिन 30 मिनट की वॉक भी कर लें तो आप फिट रह सकते हैं. डॉक्टरों का भी यही मानना है कि वॉकिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है जो किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है और 30 मिनट की ये एक्सरसाइज आपको फिट रखने का काम कर सकती है.  

इन सब बीमारियों से अपने आपको कुछ हद तक आप एक्सरसाइज से बचा सकते हैं लेकिन इतने बड़े खतरे के बाद भी हम जागना नहीं चाहते. कुछ और देर सोने का लालच...देर रात पार्टी करने का लालच....कल से एक्सरसाइज करेंगे वाली सोच की वजह से हमारी जान पर बनी है.  

हमें आपको ये बताने की जरुरत नहीं है कि अगर आपके पास वक्त नहीं है तो किस तरह आप एक्सरसाइज को अपने रुटीन में ही शामिल कर सकते हैं. पैदल चलने के लिए अलग से वक्त निकालने की जरुरत नहीं पड़ती. लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल किया जा सकता है ये भी आप जानते हैं. बस आपको तय करना है कि आप सच में क्या करना चाहते हैं. कोरोना वायरस बीमारी के बाद लोगों में अपनी सेहत को लेकर जागरुकता बढ़ी है. लेकिन अभी भी आपमें से बहुत से लोग ऐसे होंगे जिन्होंने एक्सरसाइज करने के नाम पर नए जूते खरीदे, नए कपड़े खरीदे. हो सकता है आपने जिम की सबसक्रिप्शन भी ले ली हो लेकिन      व्यायाम शुरु नहीं किया हो. तो आपके लिए हम एक्सरसाइज के फायदे आपको फिर से याद दिला देते हैं.  

सिर्फ 30 मिनट की कसरत के फायदे

30 मिनट तेज चलने से आपके दिल की सेहत बेहतर हो सकती है. स्ट्रोक का खतरा घट सकता है. पैदल चलने या सीढ़ियां चढ़ने उतरने को अपने रूटीन में शामिल करके आप वजन कंट्रोल कर सकते हैं. एक्सरसाइज norepinephrine (नॉरएपिनेफ्राइन) hormone release करती है जिससे तनाव घटता है और मूड बेहतर होता है. यानी एक्सरसाइज खुशी की डोज भी है. इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और मांसपेशियों में ऑक्सीजन का फ्लो भी बेहतर होता है, जिससे आपको एनर्जी मिलती है. वॉक करने से ब्रेन सेल्स भी एक्टिवेट होते हैं और याददाश्त बेहतर होती है.  

कसरत के 30 मिनट आपकी उम्र बढ़ाने का काम कर सकते हैं. ये आपके ऊपर है कि आप जिम जाना चाहते हैं, वॉक करना चाहते हैं, योग करना चाहते हैं या एक बार फिर खुद से ये कहना चाहते हैं कि कल से शुरु करेंगे.