INS Vikrant की एक और सफलता! 'नाइट लैंडिंग' का सफल परीक्षण, जून तक होगा ऑपरेशनल, देखें खूबसूरत तस्वीरें
INS Vikrant Achievement: आईएनएस विक्रांत पर किए गए सफलतापूर्वक परीक्षण ने साबित कर दिया कि यह रात के समय में सुरक्षित लैंडिंग कर सकता है. सुरक्षा के लिहाज से नाइट लैंडिंग ट्रायल काफी महत्वपूर्ण है.
INS Vikrant Achievement: देश के पहले स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर पहली बार रात के समय कामोव 31 हेलिकॉप्टर उतार कर 'नाइट लैंडिंग' का सफल परीक्षण किया गया है. आईएनएस विक्रांत पर किए गए सफलतापूर्वक परीक्षण ने साबित कर दिया कि यह रात के समय में सुरक्षित लैंडिंग कर सकता है. सुरक्षा के लिहाज से नाइट लैंडिंग ट्रायल काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि परीक्षण के दौरान स्वदेशी प्रकाश सहायक उपकरण और शिपबोर्न सिस्टम का इस्तेमाल किया गया, जो पूरी तरह सफल सिद्ध हुए. इससे पहले 6 फरवरी को 'एलसीए नेवी' की दिन में लैंडिंग और टेक ऑफ का परीक्षण किया जा चुका है. लड़ाकू विमानों के परीक्षण पूरे होने के बाद आईएनएस विक्रांत जून तक पूरी तरह से ऑपरेशनल हो जाएगा।
पिछले साल नौसेना में हुआ था शामिल
आईएनएस विक्रांत को पिछले साल सितंबर में नौसेना में शामिल किया गया था लेकिन विमान वाहक पोत के डेक से लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ का परीक्षण न होने से यह पूरी तरह से चालू नहीं था. इसलिए आईएनएस विक्रांत पर फाइटर जेट लैंड और टेक ऑफ करने के परीक्षण शुरू किये गए.
पीली क्रांति से किसानों की आय होगी दोगुनी, कश्मीर में इस चीज की खेती का रकबा बढ़ायह परीक्षण 28 मार्च को किया गया था, जिसका आधिकारिक तौर पर अब खुलासा किया गया है. सफलतापूर्वक परीक्षण में स्वदेशी विमान वाहक पोत से प्रकाश सहायक उपकरण और शिपबोर्न सिस्टम सिद्ध हुए. इसके साथ ही आईएनएस विक्रांत से नाइट ऑपरेशन का संचालन किये जाने की भी शुरुआत हुई है.
आईएनएस विक्रांत पर मिग-29 होंगे तैनात
आईएनएस विक्रांत पर फिलहाल 12 मिग-29के तैनात किए जाने की संभावना है, लेकिन इस पोत के लिए भारत खुद स्वदेशी जुड़वां इंजन वाले डेक-आधारित लड़ाकू (TEDBF) विकसित करेगा. नौसेना इस परियोजना पर रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) और वैमानिकी विकास एजेंसी के साथ काम कर रही है. TEDBF का पहला प्रोटोटाइप 2026 के आसपास तैयार होने की संभावना है और इसका उत्पादन 2032 तक शुरू हो सकता है. चूंकि TEDBF अभी भी एक दशक दूर है, इसलिए नौसेना विकल्प के तौर पर 26 लड़ाकू विमानों को खरीदने पर विचार कर रही है.
(PBNS इनपुट के साथ)