Indian Science Congress: 108 वे इंडियन साइंस कांग्रेस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत स्टार्टअप्स में शीर्ष 3 देशों में शामिल हो गया है. अगले 25 वर्षों में भारत किस ऊंचाई पर होगा उसमें भारत की वैज्ञानिक शक्ति की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी. जिसका थीम साइंस और टेक्नोलॉजी फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट विद वीमन इनपॉरमेंट हैं. भारत अब विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी देशों में शामिल है. ग्लोबल इंडेक्स में इसका स्थान 2015 में 81 था जो अब 40 हो गया है. भारत साइंटिफिक अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा इस मौके पर मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के आज के भारत में हमारे पास दो चीज़े हैं-पहली डेटा और दूसरी तकनीक. इन दोनों में भारत के विज्ञान को नई बुलंदियों में पहुंचाने की ताकत है. डेटा विश्लेषण की फील्ड तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है.  आज का भारत जिस साइंटिफिक अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है, हम उसके नतीजे भी दिख रहे हैं. साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से विश्व के टॉप देशों में शामिल हो रहा है. 2015 तक हम 130 देशों की Global Innovation Index में 81 नंबर पर थे और 2022 में हम 40 वें नंबर पर पहुंच गए हैं.

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तेजी से आगे बढ़ रहा भारत पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की आवश्यकता की पूर्ति के लिए, भारत में साइंस का विकास, हमारे वैज्ञानिक समुदाय की मूल प्रेरणा होनी चाहिए. आज साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से वर्ल्ड के top countries में शामिल हो रहा है. देश के पस data और technology में भारत की साइंस को नई बुलंदियों पर पहुंचाने की ताकत है. अगले 25 वर्षों में भारत जिस ऊंचाई पर होगा, उसमें भारत की वैज्ञानिक शक्ति की बड़ी भूमिका है. दुनिया के टॉप-3 देशों में भारत शामिल आज का भारत जिस साईंटिफिक अप्रोच से आगे बढ़ रहा है, हम उसके नतीजे भी देख रहे हैं.साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से वर्ल्ड के Top Countries में शामिल हो रहा है. 2015 तक हम 130 देशों की ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81वें नंबर पर थे. लेकिन, 2022 में हम छलांग लगाकर 40वें नंबर पर पहुंच गए हैं. आज भारत, PhDs के मामले में दुनिया में टॉप-3 देशों में है. आज भारत स्टार्टअप ecosystem के मामले में दुनिया के टॉप-3 देशों में है. women empowerment को लेकर कही ये बात पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि, इस बार इंडियन साइंस कांग्रेस की थीम भी एक ऐसा विषय है, जिसकी दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. विश्व का भविष्य sustainable development के साथ ही सुरक्षित है. आपने sustainable development के विषय को women empowerment के साथ जोड़ा है. मैं मानता हूं कि, व्यावहारिक रूप से भी ये दोनों एक दूसरे से जुड़े हुये हैं. आज देश की सोच केवल ये नहीं है कि हम साइन्स के जरिए women empowerment करें. बल्कि, हम woman की भागीदारी से साइंस का भी empowerment करें, साइंस और रिसर्च को नई गति दें, ये हमारा लक्ष्य है. अभी भारत को G-20 समूह की अध्यक्षता की जिम्मेदारी मिली है. G-20 पर भी की बात G-20 के प्रमुख विषयों में भी women led development एक बड़ी प्राथमिकता का विषय है. बीते 8 वर्षों में भारत ने गवर्नेंस से लेकर सोसाइटी और इकॉनमी तक, इस दिशा में कई ऐसे असाधारण काम किए हैं, जिनकी आज चर्चा हो रही है. आज भारत में मुद्रा योजना के जरिए छोटे उद्योगों और व्यवसायों में भागीदारी हो या स्टार्टअप वर्ल्ड में लीडरशिप, महिलाएं हर जगह पर अपना दम दिखा रही हैं. बीते 8 वर्षों में Extramural research and development में महिलाओं की भागीदारी दोगुनी हुई है. महिलाओं की ये बढ़ती भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि समाज भी आगे बढ़ रहा है और देश में साइन्स भी आगे बढ़ रही है. ये लोग रहे मौजूद इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहें. पहला सेशन 1914 में किया गया था. तब से यह हर साल आयोजित किया जाता है. इससे पहले 2020 में बेंगलुरु में यह इवेंट किया गया था.